UP: समय से पहले कर दी स्कूल की छुट्टी, अंदर रह गया चार साल का मासूम, ऐसे बची जान

प्रयागराज के एक प्राथमिक विद्यालय लोहरा के टीचर्स चार साल के एक बच्चे शिवांश पाल को स्कूल में बंद करके घर चले गए. जल्दबाजी के चक्कर में वह यह देखना भी भूल गए कि अंदर एक बच्चा है. गनीमत ये रही कि पास से गुजर रहे कुछ लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी, जिसके बाद उसे किसी तरह बाहर निकाला गया.

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Prayagraj 4 year student locked in school Prayagraj 4 year student locked in school

आनंद राज

  • प्रयागराज,
  • 17 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 3:12 PM IST

प्रयागराज की मेजा तहसील के एक प्राथमिक विद्यालय में टीचर्स की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. सोमवार को विद्यालय के स्टाफ ने स्कूल को निर्धारित समय से आधे घंटे पहले ही बंद कर दिया. जब कुछ लोग स्कूल के पास से गुजरे तो देखा कि एक बच्चा रो रहा था, जिसका वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो पर लोग स्कूल प्रशासन और टीचर्स पर सवाल उठा रहे हैं. आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है.

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ये है कहानी 

डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ प्रयागराज के जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन में शामिल होने के लिए सभी टीचर को जाना था. इसलिए विद्यालय से बच्चों की आधे घंटे पहले छुट्टी कर दी गई और स्कूल में बाहर से ताला लगा कर सभी लोग वहां से चले गए. थोड़ी देर बाद उसी स्कूल के कमरे से एक बच्चे के रोने की आवाज आने लगी. गांव वालों को लगा स्कूल तो बंद है तो यह बच्चे की आवाज आ कहां से रही है. जब स्कूल में जाकर लोगों ने देखा तो एक बच्चा अंदर रो रहा था. गांव के लोगों ने इस वीडियो को बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया और यह कहां जाने लगा स्कूल की टीचरों की गलती की वजह से स्कूल में बच्चा बंद हो गया. 

क्लास में सो गया था चार साल का छात्र

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दरअसल, प्रयागराज के मेजा के लोहार गांव के रहने वाली शिवानी इसी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ती है और उसका छोटा भाई शिवांश भी इसी स्कूल कैंपस में बने आंगनवाड़ी का छात्र है. जब छात्र की छुट्टी हो गई तो वह अपने बहन के क्लासरूम में जाकर बैठ गया. कुछ देर बाद क्लासरूम के कोने में जाकर वह सो गया और शिवानी स्कूल की छुट्टी होने के बाद उसे भूलकर अपने घर को चली गई. जब वह घर पहुंची तो परिवार वालों ने शिवांश को पूछा तो उसने कहा मैं उसे स्कूल भूल आई.

शिवांश की जब आसपास खोज शुरू हुई तो वह कहीं नहीं मिला. इसके बाद परिवार वाले शिवानी को लेकर स्कूल पहुंचे तो देखा वह स्कूल के अंदर ताले में बंद था. स्कूल के टीचर को प्रदर्शन में जाना था, लिहाजा ताला बंद करके स्कूल से चली गई यह सोचकर की स्कूल में कोई बच्चा अब नहीं है. जब हो हल्ला मचा तो कुछ काफी देर बाद स्कूल की टीचर ने पहुंचकर गेट का ताला खोलकर बच्चों को बाहर निकाला. लेकिन तब तक बहुत शोर मच चुका था. वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था.

बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने लिया एक्शन

वायरल वीडियो और घटना की सूचना पर बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने दोनों टीचरों के खिलाफ एक्शन लिया है. बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी के मुताबिक, स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चों की छुट्टी का समय 2:00 बजे हैं और स्कूल के शिक्षकों को 2:30 बजे जाने का समय है. लेकिन स्कूल के शिक्षक 2:00 से पहले चले गए. टीचर की गलती की वजह से बच्चे को स्कूल में बंद रहना पड़ा क्योंकि इस प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल की ड्यूटी कहीं बाहर लगी थी. इसलिए सहायक अध्यापिका जुली कुमारी कार्यवाहक प्रिंसिपल बनाया गया था. इन्हीं के साथ ललित सिंह और आंगनबाड़ी की रसोइया सरोज सिंह भी मौजूद थीं. जिसमें जुली कुमारी को सस्पेंड कर दिया गया है. शिक्षामित्र ललित सिंह का 1 दिन का वेतन रोका गया है. इसके अलावा यह अल्टीमेटम दिया गया है अगर दोबारा ऐसी गलती हुई तो आपके संविदा समाप्त कर दी जाएगी. वहीं, इस मामले में एग्जास्ट कमेटी का गठन कर दिया गया है, जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार अवस्थी को जांच अधिकारी बनाया गया है. 

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