प्राविधिक शिक्षा मंत्री को OSD ने भी भर्ती में न‍ियमों की अनदेखी पर लिखा था पत्र, कहा था- पद से हटा दो

नियमों को दरकिनार कर प्रदेश के पॉलि‍टेक्न‍िक कॉलेजों में हो रही विभागाध्यक्षों की प्रमोशन और गलत तरह से भर्ती पर मंत्री के ओएसडी राज बहादुर सिंह ने अपना पद छोड़ा था. Osd ने लिखा था कि अगर आप पुरानी सेवा नियमावली से पदोन्नति करने के लिए दृढ़ संकल्पित है तो मुझे ओएसडी पद से हटा दिया जाए. 

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प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो

संतोष शर्मा

  • लखनऊ ,
  • 16 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:23 PM IST

प्राविधिक शिक्षा में विभागाध्यक्ष की भर्ती में गड़बड़ी के मामले में एक और महत्वपूर्ण तथ्य सामने आया है. अब सामने आया है कि प्राविधिक शिक्षा मंत्री के ओएसडी ने भी मंत्री को भर्ती में हो रही नियमों की अनदेखी को लेकर पत्र ल‍िखा था. Aaj tak के पास osd के पत्र की वो कॉपी प्राप्त हुई है जिसमें मंत्री को गड़बड़ी को लेकर आगाह किया गया था. 

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नियमों को दरकिनार कर प्रदेश के पॉलि‍टेक्न‍िक कॉलेजों में हो रही विभागाध्यक्षों की प्रमोशन और गलत तरह से भर्ती पर मंत्री के ओएसडी राज बहादुर सिंह ने अपना पद छोड़ा था. Osd ने लिखा था कि अगर आप पुरानी सेवा नियमावली से पदोन्नति करने के लिए दृढ़ संकल्पित है तो मुझे ओएसडी पद से हटा दिया जाए. 

ओएसडी रहे राज बहादुर सिंह ने मंत्री को लिखकर आगाह किया था कि प्रदेश में प्रावधिक शिक्षा विभाग के द्वारा की जा रही विभागाध्यक्षों की पदोन्नति से भर्ती नियम विरुद्ध है ,जिसको रोकना जरूरी है. बता दें कि यह पत्र बीते 15 मई 2024 को ओएसडी राज बहादुर सिंह ने मंत्री को लिखा था और भर्ती रोकने के लिए कहा था. फिर 31 मई 2024 को राज बहादुर सिंह ने दोबारा मंत्री को पद से अवमुक्त करने के ल‍िए पत्र ल‍िखा था. इसके बाद 26 जून 2024 को राज बहादुर सिंह को उनके मूल पद पर भेज दिया गया था. 

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यहां देखें वो पत्र 

क्या है मामला 
उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा विभाग में प्रवक्ताओं की नियुक्ति में घोटाला और घूसखोरी का आरोप लगाया जा रहा है. अपना दल (कमेरावादी) की विधायक पल्लवी पटेल ने घूसखोरी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि AICTE नियमों के तहत खुली भर्ती से प्रवक्ताओं की नियुक्ति होनी थी. विभाग ने पदोन्नति देकर भर्ती कर ली.  

पल्लवी पटेल का आरोप है कि प्रदेश में 250 प्रवक्ताओं को पदोन्नति देकर विभिन्न पॉलिटेक्निक कॉलेज में विभागाध्यक्ष बना दिया गया. विवाद से बचने के लिए गोरखपुर के पॉलिटेक्निक में प्रवक्ताओं की भर्ती नियम के तहत सीधी भर्ती निकाल कर ली, लेकिन बाकी जिलों में प्रमोशन देकर भर्ती की गई. सिराथू विधायक का आरोप हर कैंडिडेट से 25 लाख रुपए की घूस ली गई. सीधी भर्ती के बजाय पदोन्नति कर पिछड़ा वर्ग का हक मारा गया. 

इस्तीफा दे दूंगा

वहीं विभाग पर आरोपों से भड़के योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि यह उनकी राजनीतिक हत्या करने की साजिश है. अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी जिस दिन आदेश करेंगे, वो एक सेकंड में इस्तीफा दे देंगे. 

उन्होंने रविवार की देर रात 'X' पर लिखा, "मीडिया और सोशल मीडिया पर मेरी राजनीतिक हत्या करने के लिए साजिश के तहत तथ्यहीन और अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं. मेरे मंत्रित्व काल में प्राविधिक शिक्षा विभाग में वंचित वर्ग से आने वाले कार्मिकों के हितों की रक्षा के बारे में पूरे उत्तर प्रदेश को पता है." 

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