ओडिशा के संबलपुर जिले में 16 दिसंबर को एक अजीब नजारा दिखा. जब होमगार्ड भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए पहुंचे 8 हजार अभ्यर्थियों को हवाई पट्टी पर बैठकर एग्जाम देना पड़ा.
187 होमगार्ड के पदों के लिए न्यूनतम योग्यता पांचवीं कक्षा पास उत्तीर्ण होना अनिवार्य था. फिर भी 8,000 उम्मीदवार पहुंच गए. इसमें ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कैंडिडेट्स भी शामिल थे. सुबह से ही भारी संख्या में उम्मीदवार जमादारपाली हवाई पट्टी पर जमा हो गए. जहां परीक्षा आयोजित की गई थी.
योग्यता 5वीं पास और पहुंचे थे एमए-बीए पास
अधिकारियों के अनुसार, भर्ती कॉन्ट्रैक्ट या आवश्यकता-आधारित मॉडल के तहत की जा रही है. हालांकि, इस पद के लिए केवल बुनियादी शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता थी. फिर भी बड़ी संख्या में स्नातक और स्नातकोत्तर उम्मीदवारों ने परीक्षा दी, जो शिक्षित युवाओं के लिए स्थिर रोजगार के अवसरों की कमी को दर्शाता है.
परीक्षार्थियों की काफी ज्यादा संख्या के कारण अधिकारियों को कई तरह की व्यवस्था संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. पारंपरिक परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं था.
खुले आसमान के नीचे रनवे पर बैठकर दी परीक्षा
स्थिति को संभालने और परीक्षा का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने जमादरपाली हवाई पट्टी को परीक्षा स्थल के रूप में चुना. उम्मीदवारों को खुले आसमान के नीचे हवाई पट्टी पर बैठाया गया, जिससे भीड़ को बेहतर ढंग से नियंत्रित किया जा सका और परीक्षा का सुचारू संचालन सुनिश्चित हुआ.
असामान्य परिस्थितियों के बावजूद, परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई और उम्मीदवारों ने पूरे समय अनुशासन बनाए रखा. अधिकारियों ने कहा कि हवाई पट्टी पर बैठाकर परीक्षा लेने के निर्णय से कुप्रबंधन से बचने और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिली.
इतनी संख्या में अभ्यर्थियों को संभालना मुश्किल होता
संबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) ने बताया कि परीक्षा 16 दिसंबर को संबलपुर में आयोजित की गई थी. लगभग दस हजार आवेदकों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था और लगभग आठ हजार उम्मीदवार परीक्षा के दिन उपस्थित हुए थे.
उन्होंने कहा कि आठ हजार उम्मीदवारों को एक ही जगह बैठाकर परीक्षा लेने में बीस स्कूलों में व्यवस्था करनी पड़ती. संबलपुर एक ऐसा स्थान है जहां हर रविवार को कई परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं और एक ही समय में इतनी बड़ी संख्या में कैंडिडेट्स को संभालना मुश्किल हो जाता है.
आम तौर पर, पुलिस और सेना भर्ती के लिए लिखित और शारीरिक परीक्षाएं खुले मैदानों में आयोजित की जाती हैं. किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए, हमने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कीं थी.
अजय कुमार नाथ