ऐसा है क्या कोटा में? इस साल भी JEE- NEET के लिए ड्रीम डेस्ट‍िनेशन बना ये शहर, मांओं के साथ रह रहे छात्र

कोटा में हर साल हजारों छात्र इंजीनियरिंग और मेडिकल की कोचिंग के लिए एडमिशन लेने आते हैं. सिर्फ कोचिंग ही नहीं, बल्कि छात्रों के लिए यहां कई सुविधाएं भी हैं. आइए जानते हैं कि मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए अभिभावक कोटा को ही क्यों चुन रहे हैं.

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Kota Coaching Admission 2024 Kota Coaching Admission 2024

चेतन गुर्जर

  • कोटा,
  • 08 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 2:41 PM IST

कोटा में इन दिनों कोचिंग संस्थानों में एडमिशन की प्रक्रिया जारी है. देश के कोने-कोने से पेरेंट्स अपने बच्चे का एडमिशन कराने कोटा पहुंच रहे हैं. बस-रेलवे स्टेशन से लेकर कोचिंग संस्थानों में अभिभावकों की भीड़ नजर आ रही है. इंजीनियरिंग व मेडिकल के साथ-साथ अब कॉमर्स, विदेशी टॉप रैंकिंग यूनिवर्सिटीज में भी एडमिशन की तैयारी करने के लिए भी स्टूडेंट्स कोटा आने लगे हैं. यही कारण है कि कोटा में कोचिंग संस्थान बढ़ने लगे हैं और सफलता के क्षेत्र में नित नये आयाम भी कोटा स्थापित कर रहा है. आईआईटी-जेईई और नीट के माध्यम से होने वाले चयन में हर तीसरा विद्यार्थी कोटा कोचिंग से होता है.

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मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के लिए बढ़ी विद्यार्थियों की संख्या

वहीं, देश में मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के प्रति बढ़ते रुझान की बात करें तो इसमें भी विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस वर्ष मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए 25 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने आवेदन किया है जो कि अब तक की सबसे अधिक संख्या है. वहीं, इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में भी इस वर्ष करीब 15 लाख विद्यार्थियों ने आवेदन किया है. प्रवेश परीक्षाओं में श्रेष्ठ परिणाम के बाद यहां आने वाले विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हर साल 2 लाख से अधिक स्टूडेंट्स करियर बनाने के लिए कोटा आते हैं. इस साल अब तक 85 हजार एडमिशन हो चुके हैं.

85 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स आए 

10वीं एवं 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं खत्म होने के बाद अपने छात्रों के सुनहरे भविष्य के लिए देश के कोने-कोने से अभिभावकों व विद्यार्थियों के कोटा आने का सिलसिला जारी है. वर्तमान में कोटा में करीब 85 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स व पेरेन्ट्स एडमिशन के लिए आ चुके हैं. यह संख्या आगामी दिनों में और अधिक बढ़ेगी. यूं तो कोटा में बैच की शुरुआत जनवरी से हो गई, लेकिन बोर्ड परीक्षाओं के बाद बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स कोचिंग में दाखिले के लिए आते हैं. इसके साथ ही प्रवेश परीक्षाओं के बाद भी इस संख्या में बढ़ोतरी होती है. कोटा में कोचिंग सबसे अलग है, क्योंकि यहां स्टूडेंट्स को नेशनल लेवल का कॉम्पि‍टिशन मिलता है. पूरे देश की प्रतिभाएं एक साथ पढ़ती हैं और विद्यार्थी स्वयं का एनालिसिस राष्ट्रीय स्तर पर कर सकते हैं.

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कोटा में हर सुविधा मौजूद 

कोटा के कोचिंग संस्थानों से कई छात्र अच्छे नंबरों से जेईई- नीट जैसी परीक्षाएं क्लियर करते हैं. यही कारण है कि कोटा मेडिकल और इंजीनियरिंग के लिए कोचिंग हब बना हुआ है और अधिकतर छात्र यहीं पढ़ने का सोचते हैं. वहीं, कोचिंग संस्थानों से मात्र एक किलोमीटर के दायरे में सुख-सुविधा से लैस हॉस्टल, पीजी, शॉपिंग मॉल, मैस, विभिन्न तरह के रेस्टोरेट्स, हॉटल व हॉस्पिटल्स आदि की सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं. यहां आने वाले कई स्टूडेंट्स के साथ उनकी माताएं भी रहती है. ऐसे में उनके लिए यहां अपार्टमेंट भी हैं.

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोटा 

देश की आईआईटी-जेईई व नीट की परीक्षाओं के साथ-साथ कोटा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लगातार ख्याति बटोर रहा है. अंतरराष्ट्रीय ओलम्पियाड में कोटा के कोचिंग लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. इन ओलम्पियाड में 50 से 90 देशों की टीमें शामिल होती हैं. इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड हो या एस्ट्रोनोमी, फिजिक्स, कैमेस्ट्री, बॉयोलॉजी या मैथ्स ओलम्पियाड हर जगह भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली टीम में कोटा में कोचिंग लेने वाले स्टूडेंट्स होते हैं. ओलम्पियाड में शामिल अधिकांश भारतीय टीम में कोटा से पढ़ने वाले स्टूडेंट्स ने पार्ट लिया है. मैडल जीतने वालों में भी कोटा कोचिंग का दबदबा है.

विदेशी विश्वविद्यालयों में कोटा का दबदबा 

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विश्व की टॉप यूनिवर्सिटी में शामिल एमआईटी (Massachusetts Institute of Technology), कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, पोर्ड्यु यूनिवर्सिटी सहित कई देशों के श्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में कोटा कोचिंग में पढ़ चुके स्टूडेंट्स प्रवेश ले रहे हैं. विगत 3 वर्षों में कोटा में पढ़ने वाले करीब दो दर्जन से अधिक स्टूडेंट्स ने विदेशी विश्वविद्यालयों में एडमिशन लिया है.

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