देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIT Delhi ने दुनिया का पहला एडवांस्ड AI एजेंट तैयार किया है, जो रिसर्च की दिशा और रफ्तार दोनों बदल सकता है. इस एडवांस AI एजेंट का नाम है AILA, यानी Artificial Intelligent Laboratory Assistant. AILA कोई सामान्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल नहीं है, बल्कि यह खुद लैब में कई एक्सपेरिमेंट्स को अंजाम देने की क्षमता रखता है.
AILA को तैयार करने में करीब एक साल का वक्त लगा है. इसे तैयार करने वाली टीम का हिस्सा रहे प्रोफेसर एन एम अनूप कृष्णन ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में इंडियन रिसर्चर्स के साथ-साथ जर्मनी के दो रिसर्चर्स की भी अहम भूमिका रही.
8 घंटे का काम 7 मिनट में कर देगा
AILA एक रिसर्चर के असिस्टेंट के तौर पर काम करता है. वे सभी टास्क, जिनमें रिसर्चर्स को सबसे ज्यादा समय लगता है, AILA उन्हें बेहद तेज़ी से पूरा कर सकता है. जहां किसी रिसर्चर को एक काम पूरा करने में 7 से 8 घंटे लगते हैं, दावा है कि AILA वहीं काम सिर्फ़ 7 मिनट में कर देता है.
AILA को भी ChatGPT की तरह Prompt दिया जाता है, लेकिन रिजल्ट में फर्क देखने को मिल रहा है. ChatGPT जहां केवल सवालों के जवाब देता है, वहीं AILA एक्सपेरिमेंट के लिए कोडिंग करता है और बिना किसी मानवीय मदद के उसे खुद परफॉर्म भी करता है.
80 फीसदी है एक्युरेसी
अब तक AILA पर 100 एक्सपेरिमेंट्स रन किए जा चुके हैं, जिनमें इसकी एक्युरेसी करीब 80 प्रतिशत तक दर्ज की गई है. AILA हेल्थ, इनवॉयरमेंट, एनर्जी जैसे कई अहम सेक्टर्स में रिसर्च और एक्सपेरिमेंट्स की रफ्तार को कई गुना बढ़ा सकता है.
हालांकि, इतनी खूबियों के बावजूद AILA को बनाने वाले रिसर्चर्स यह साफ कहते हैं कि यह तकनीक किसी की नौकरी छीनने के लिए नहीं है. AILA का मकसद है कि ह्यूमन रिसर्चर्स को और Upskill करना ताकि इंसान और मशीन मिलकर साइंस को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकें.
मनीष चौरसिया