गुजरात में RTE के तहत दूसरे राउंड में 7 हजार से ज्यादा छात्रों को मिला एडमिशन, डॉक्यूमेंट्स लेकर स्कूल पहुंचें अभिभावक

RTE के तहत कक्षा 1 के लिए गुजरात में कुल 94,798 सीटें उपलब्ध कराई गई थीं, जिनमें से 7,378 सीटें अभी भी खाली हैं. ये सीटें मुख्य रूप से उन बच्चों के लिए उपलब्ध थीं, जो पहले राउंड में किसी कारणवश प्रवेश नहीं ले सके थे. इस बार अभिभावकों के पुनः चयन की प्रक्रिया में 45,695 अभिभावकों ने स्कूल का चयन फिर से किया, जबकि बाकी के 43,750 अभिभावकों ने पहले राउंड में चयनित स्कूल को ही प्राथमिकता दी.

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क्लास रूम की सांकेतिक तस्वीर क्लास रूम की सांकेतिक तस्वीर

अतुल तिवारी

  • अहमदाबाद,
  • 22 मई 2025,
  • अपडेटेड 3:12 PM IST

Gujarat Right To Education Admission: गुजरात में राइट टू एजुकेशन (RTE) के तहत दूसरे राउंड में 7,006 छात्रों को प्रवेश दिया गया है. इस प्रक्रिया के तहत, अभिभावकों को अपने बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए 28 मई तक संबंधित स्कूल में जाकर सभी जरूरी दस्तावेज के साथ प्रक्रिया पूरी करनी होगी.

RTE के तहत प्रवेश प्रक्रिया के पहले राउंड में गुजरात के बिन अनुदानित निजी प्राथमिक स्कूलों में कक्षा 1 के लिए प्रवेश दिया जाता है, जहां वंचित और कमजोर समूहों के 25 प्रतिशत बच्चों को शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित किया जाता है. इस राउंड के तहत अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूल में भर्ती करवाने के लिए समय सीमा का पालन करना जरूरी है.

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दूसरे राउंड में प्रवेश पाने वाले बच्चों के अभिभावकों को, दस्तावेज के साथ स्कूल में जाकर प्रवेश सुनिश्चित करना आवश्यक है. इस प्रक्रिया के बाद, 7,378 सीटें अभी भी खाली हैं, जिनमें से अधिकांश सीटें अंग्रेजी माध्यम (4,564 सीट), हिंदी माध्यम (1,920 सीट), गुजराती माध्यम (728 सीट), और अन्य माध्यमों (166 सीट) में खाली हैं.

पिछली प्रक्रिया के दौरान प्रथम राउंड में 86,264 विद्यार्थियों को प्रवेश मिल चुका था, जिसमें से 80,453 विद्यार्थियों ने समय सीमा के भीतर स्कूल में जाकर प्रवेश सुनिश्चित कर लिया था. शेष सीटों को भरने के उद्देश्य से दूसरे राउंड की प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई थी.

RTE के तहत कक्षा 1 के लिए गुजरात में कुल 94,798 सीटें उपलब्ध कराई गई थीं, जिनमें से 7,378 सीटें अभी भी खाली हैं. ये सीटें मुख्य रूप से उन बच्चों के लिए उपलब्ध थीं, जो पहले राउंड में किसी कारणवश प्रवेश नहीं ले सके थे. इस बार अभिभावकों के पुनः चयन की प्रक्रिया में 45,695 अभिभावकों ने स्कूल का चयन फिर से किया, जबकि बाकी के 43,750 अभिभावकों ने पहले राउंड में चयनित स्कूल को ही प्राथमिकता दी.

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इस प्रवेश प्रक्रिया का उद्देश्य समाज के कमजोर और वंचित वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, ताकि वे बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें. अब, स्कूलों में बच्चों के प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए अंतिम तारीख 28 मई तय की गई है, जिसके बाद इन खाली सीटों पर आगे कोई प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

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