कॉलेज लाइफ में IPS से मिलने के बाद देखा अफसर बनने का सपना, अब BPSC में हासिल की पहली रैंक

अपनी मेहनत से उज्जवल ने 67वीं बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की और प्रखंड कल्याण पदाधिकारी के पद पर नियुक्ति पाई थी. हालांकि, उनकी किस्मत 68वीं बीपीएससी परीक्षा में साथ नहीं दे पाई, लेकिन उन्होंने फिर से कोशिश की और इस बार 69वीं बीपीएससी में टॉप कर साबित किया कि सफलता मेहनत करने वालों को ही मिलती है. उज्जवल की किस्मत में टॉपर का टैग मिलना लिखा ही था

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BPSC 69th Topper Ujjawal Kumar BPSC 69th Topper Ujjawal Kumar

संदीप आनंद

  • पटना,
  • 27 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 2:07 PM IST

BPSC 69th Result Topper Success Story: सीतामढ़ी के उज्जवल कुमार ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 69वीं संयुक्त परीक्षा में टॉप कर एक नई मिसाल पेश की है. उज्जवल कुमार वर्तमान में हाजीपुर में प्रखंड कल्याण पदाधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. उनकी सफलता इस बात का प्रमाण है कि कठिन मेहनत और समर्पण से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है. आजतक.इन से बातचीत के दौरान उज्जवल ने बताया कि उनका यह सफर कैसा रहा.

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उज्जवल कुमार एक आंगनवाड़ी मां और प्राइवेट स्कूल में शिक्षक के बेटे हैं. उन्होंने हिंदी मीडियम से अपनी पढ़ाई की और लंबे समय बाद हिंदी मीडियम से बीपीएससी टॉपर बनने का रिकॉर्ड बनाया है. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान उज्जवल ने निजी नौकरी करते हुए यूपीएससी की तैयारी शुरू की. यूपीएससी में दो बार सफलता मिलने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी.

अपनी मेहनत से उज्जवल ने 67वीं बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की और प्रखंड कल्याण पदाधिकारी के पद पर नियुक्ति पाई थी. हालांकि, उनकी किस्मत 68वीं बीपीएससी परीक्षा में उनका साथ नहीं दे पाई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से मेहनत की. इस बार 69वीं बीपीएससी परीक्षा में टॉप कर उज्जवल ने यह साबित कर दिया कि सफलता केवल उन लोगों को मिलती है जो कड़ी मेहनत करते हैं. उज्जवल की मेहनत और समर्पण ने उन्हें टॉपर बनने का दर्जा दिलवाया.

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IPS अधिकारी से मिली प्रेरणा

कॉलेज के दिनों में उज्जवल को पटना में आईपीएस अधिकारी शिवदीप पांडे से प्रेरणा मिली, जिन्हें देखकर उनके मन में पुलिस सेवा में जाने का ख्याल आया. अब, उज्जवल कुमार अपनी सफलता के बाद बिहार में पुलिस सेवा में भी जाना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि इस सफलता से उनकी प्रेरणा और आत्मविश्वास बढ़ा है, और वह आगे भी अपनी मेहनत और कड़ी मेहनत से अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनना चाहते हैं. उज्जवल कुमार की सफलता यह दर्शाती है कि अगर किसी में कड़ी मेहनत और जुनून हो तो वह किसी भी कठिनाई को पार कर सकता है.

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