बिहार में सर्दी के चलते बदली गई सरकारी स्कूलों की टाइमिंग, अब सुबह 10 बजे से लगेंगी क्लासेस

नए समय के अनुसार, सुबह 9:30 से 10 बजे तक छात्रों के कपड़े, नाखून और बालों की जांच की जाएगी, और इस दौरान सामान्य ज्ञान सत्र, समाचार वाचन और चर्चा जैसी गतिविधियां भी होंगी. यह बदलाव बढ़ती ठंड को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि छात्रों और कर्मचारियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा बनी रहे.

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Bihar Government Schools Timing Changed Bihar Government Schools Timing Changed

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:41 AM IST

बिहार शिक्षा विभाग ने सर्दी के मौसम के कारण सरकारी स्कूलों के समय में बदलाव किया है। 21 नवंबर को बिहार के अपर मुख्य सचिव (ACS) एस सिद्धार्थ ने एक नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया कि अब सरकारी स्कूल सुबह 9:30 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक संचालित होंगे। पहले, स्कूलों का समय सुबह 8:50 बजे से लेकर शाम 4:30 बजे तक था. नए आदेश के तहत, स्कूलों में अब आठ पीरियड्स होंगे। पहली घंटी सुबह 10 बजे बजेगी और आखिरी घंटी शाम 4 बजे बजेगी। इसके अलावा, दोपहर 12 से 12:40 बजे तक लंच ब्रेक होगा.

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10 बजे शुरू होंगा क्लासेस

नए समय के अनुसार, सुबह 9:30 से 10 बजे तक छात्रों के कपड़े, नाखून और बालों की जांच की जाएगी, और इस दौरान सामान्य ज्ञान सत्र, समाचार वाचन और चर्चा जैसी गतिविधियां भी होंगी. यह बदलाव बढ़ती ठंड को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि छात्रों और कर्मचारियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा बनी रहे. अगर स्कूल में किसी कक्षा की बोर्ड परीक्षा हो रही हो, तो अन्य कक्षाओं को स्थगित नहीं किया जाएगा. ऐसे मामलों में, छात्रों को अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए अन्य कक्षाओं में जाने की सलाह दी जाएगी.

स्कूल में होगा बैगलेस शनिवार

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, शनिवार को स्कूलों में पाठ्येतर और रचनात्मक गतिविधियों को प्राथमिकता दी जाएगी. कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए "बैगलेस शनिवार" की शुरुआत की जाएगी, जिसका मतलब है कि इस दिन बच्चों को होमवर्क से मुक्त रखा जाएगा और वे कला, संगीत, खेल और नृत्य जैसी गतिविधियों पर ध्यान देंगे. इसके साथ ही, छात्र दोपहर के बाद बाल संसद जैसी गतिविधियों में भाग लेंगे और अपनी परियोजनाओं और कलात्मक कृतियों को प्रदर्शित करेंगे. 

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बच्चों की पढ़ाई पर दिया जाएगा खास ध्यान

स्कूल में छात्रों की बैठने की व्यवस्था इस तरह से की जाएगी कि कमजोर छात्रों को आगे की सीट पर बैठाया जाएगा, ताकि शिक्षकों का ध्यान उन पर अधिक केंद्रित हो सके. प्रिंसिपल को यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है कि स्कूल की दिनचर्या ठीक से चल रही हो और शिक्षकों द्वारा नियमित रूप से होमवर्क दिया जाए और जांच की जाए. इसके साथ ही, स्कूल की सफाई बनाए रखने और नियमित निरीक्षण करने का काम भी प्रिंसिपल का होगा, ताकि स्कूल की सुविधाएं, जैसे रसोई और शौचालय, साफ और स्वच्छ बनी रहें.

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