अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के दौरान NCC कैडेट्स द्वारा धार्मिक नारे लगाए जाने पर अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम ने कहा कल मैंने वीसी को फोन किया था, मगर किसी कारण उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. चूंकि गणतंत्र दिवस देश के सबसे बड़े पर्वों में से एक है, ऐसे में इस दिन इस तरह के नारे लगाना गलत है. पहले तो कैडेट्स AMU जिंदाबाद के नारे लगाते हुए आए मगर फिर जिस तरह से उन्होंने धार्मिक नारे लगाए, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने कहा, मैं पहले भी कह चुका हूं. यहां के जो प्रॉक्टर और वाइस चांसलर हैं, वह दोनों ही नाकाम है. इनके चेहरे दिखाने के कुछ और अंदर के कुछ और हैं. अगर वह कठोर कार्यवाही करें तो आगे कोई भी छात्र इस तरह की हरकत नहीं करेगा, लेकिन इनकी मानसिकता ही बीमार है.
गांव में कहते थे कि 100 साल कोई चीज किसी के नीचे रखी रही और 100 साल बाद भी वैसी की वैसी निकले, यह उसी तरह के लोग हैं. यूनिवर्सिटी के अंदर धार्मिक नारे लगाने वाले NCC के छात्र निलंबित किए जा रहे हैं. उनके खिलाफ FIR कराने के आदेश हैं और हमारी अलीगढ़ पुलिस उस पर कठोर कार्यवाही करेगी.
इस मामले पर यूपी सरकार के मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि अलीगढ़ की घटना की जांच होनी चाहिए. यह दूषित मानसिकता के लोग हैं जिन्हें भारत का विकास अच्छा नहीं लगता. यह समय-समय पर ऐसा करते हैं.
NCC के कैडेट भारत का भविष्य हैं, उनके मन में किस तरीके का बीज बोया जा रहा है. जब हम कहते हैं की ऐसी संस्थाओं से देश के खिलाफ साजिश हो रही है तो बखेड़ा खड़ा किया जाता है . गणतंत्र दिवस के मौके पर इस तरीके के नारे दूषित मानसिकता को दिखाता है जो भारत के खिलाफ साजिश करने की कवायद है. राष्ट्रगान न गाने वाले शिक्षक के खिलाफ भी कार्यवाई हो, ऐसे लोगों की शैक्षिक संस्था में जरूरत नहीं है.
शिवम सारस्वत