उत्तर प्रदेश पुलिस में 11 आईपीएस अफसर ऐसे हैं जो बीते कई महीनों से बिना काम की तनख्वाह ले रहे हैं, यानी महीनों से उनको पोस्टिंग नहीं मिली है. डीजीपी मुख्यालय से अटैच तो है लेकिन उनको कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है. इन अफसरों के अलावा 27 अफसर ऐसे हैं जो आईपीएस होकर भी आईपीएस की कुर्सी पर बैठने का इंतजार कर रहे हैं.
डी के ठाकुर, विजय सिंह मीणा, अशोक मुथा जैन, जी के गोस्वामी, अजय कुमार मिश्र, अनंत देव तिवारी, पवन कुमार, दिनेश त्रिपाठी, रोहन पी बोत्रे, हेमंत कुटियाल, शिव हरी मीणा, ये उन अफसरों के नाम हैं जो बिना काम के घूम रहे हैं यानी बिना काम के पूरी तनख्वाह ले रहे हैं. इन्हें पोस्टिंग का इंतजार है और पोस्टिंग है कि मिल नहीं रही.
इन अफसरों में जी के गोस्वामी हाल ही में स्टडी लीव से लौटे हैं लेकिन बाकी अफसर में कोई एक महीने से तो कोई 3 महीने से खाली बैठे हैं. इसके अलावा एक आईपीएस अफसर एडीजी जसवीर सिंह साढ़े तीन साल, फरवरी 2019 से सस्पेंड चल रहे है. अलंकृता सिंह अप्रैल महीने से सस्पेंड चल रही हैं और मनी लाल पाटीदार तो जेल में ही हैं.
इन अफसरों के अलावा 27 वो पीपीएस अधिकारी भी पोस्टिंग का इंतजार करना है जो प्रमोट होकर आईपीएस तो बन चुके हैं लेकिन पीपीएस की कुर्सी पर बने हुए हैं. इन 30 आईपीएस अफसरों में सिर्फ तीन अफसर दिनेश सिंह एसपी बाराबंकी, बृजेश श्रीवास्तव एसपी कौशांबी और ओमवीर सिंह को एसपी गाज़ीपुर की पोस्टिंग मिली है. इसके साथ ही 2017 बैच के 14 आईपीएस अफसर भी पोस्टिंग की लाइन में हैं.
हैरानी की बात ये है कि कई अफसरों के पास अभी कई विभागों के चार्ज हैं. DGP डीएस चौहान डीजी विजिलेंस के साथ-साथ डीजी इंटेलिजेंस और डीजीपी का काम भी देख रहे हैं. विजय कुमार मौर्या एडीजी लॉजिस्टिक्स के साथ-साथ डीजी होमगार्ड का भी काम देख रहे हैं. आर के विश्वकर्मा के पास पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष के साथ साथ डीजी का भी चार्ज है. राजा श्रीवास्तव के पास एडीजी कार्मिक के साथ साथ एडीजी एंटी करप्शन का चार्ज भी है.
अब बात खाली पड़े पदों की बात करे, तो डीजी होम गार्ड, एडीजी पुलिस मुख्यालय, एडीजी इंटेलिजेंस, एडीजी ईओडब्ल्यू, एडीजी एंटी करप्शन, एडीजी विजिलेंस के पद खाली हैं जिनपर अफसरों की तैनाती होना बाकी है.
सूत्रों की मानें तो लंबे समय से खाली घूम रहे इन आईपीएस अफसरों को जल्द जिम्मेदारी देने पर मंथन चल रहा है. आने वाली आईपीएस ट्रांस्फर लिस्ट में एडीजी से लेकर एसपी रैंक तक के डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध अफसरों की तैनाती पर मंथन चल रहा है. मुख्यमंत्री के मुहर लगते ही बिना काम के पूरी तनख्वाह ले रहे इन अफसरों को भी काम दिया जाएगा और विभागों में तैनाती दी जाएगी.
(लखनऊ से संतोष कुमार की रिपोर्ट)
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