अक्सर ये सुनने में आता है कि जितने भी ब्रांडेड कपड़े हैं, वो काफी कम रेट में तैयार होते हैं. बड़ी संख्या में चीन में भी ब्रांडेड कपड़ों की सिलाई की जाती है और उन्हें दुनिया के कई देशों में भेजा जाता है. तो आज हम आपको बताते हैं कि आखिर जिस ब्रांडेड टीशर्ट को आप महंगे दाम में खरीद रहे हैं, वो असल कितनी देर में तैयार होती है. साथ ही आपको बताते हैं कि एक टीशर्ट बनाने के लिए इनके वर्कर को कितने रुपये दिए जाते हैं...
दरअसल, चीन में कपड़ों की मैन्युफैक्चरिंग का भी बड़े स्तर पर काम किया जाता है. चीन के गुआंजु में एक ऐसा इलाका है, जहां सिर्फ कपड़ों का ही काम होता है. माना जाता है कि यहां करीब 5000 से ज्यादा कंपनियों के कपड़ों की सिलाई की जाती है. इसमें ज्यादा काम 'शीन' ब्रांड के कपड़ों का होता है. बड़ी संख्या में लोग यहां सिर्फ कपड़ों की ही सिलाई का काम करते हैं. इस जगह को शीन विलेज भी कहा जाता है. यहां से ब्रिटेन आदि देशों में भी कपड़े भेजे जाते हैं.
'75 घंटे काम करते हैं'
बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में चीन के उन वर्कर्स से बात की है, जो कपड़े बनाने का काम कर रहे हैं. बीबीसी को दिए इंटरव्यू में इन लोगों ने बताया कि वे हर हफ्ते करीब 75 घंटे तक काम कर रहे हैं और उन्हें हफ्ते में एक दिन की छुट्टी दी जाती है. वैसे चीन के लेबर से जुडे़ कानून के हिसाब से एक व्यक्ति से हफ्ते में सिर्फ 40 घंटे ही काम करवाया जा सकता है, लेकिन उससे करीब दोगुना काम वर्कर्स से करवाया जा रहा है.
एक टीशर्ट बनाने के मिलते हैं इतने पैसे
इस रिपोर्ट में वर्कर ने ये भी बताया कि उन्हें एक कपड़ा बनाने में कितना वक्त मिलता है और एक कपड़ा सिलने का उन्हें कितना रुपया मिलता है. एक वर्कर ने बताया, 'कपड़ों पर मिलने वाले पैसे की रेट इस चीज पर निर्भर करती है कि आखिर कपड़े की डिजाइन किस तरह की है. जैसे अगर साधारण सी टीशर्ट बनाने की बात करें तो आम तौर पर इसे बनाने के लिए 1 या 2 युआन प्रति पीस के हिसाब से भुगतान किया जाता है. भारतीय पैसों के हिसाब से उन्हें एक टीशर्ट के 11 से 22 रुपये तक मिलते हैं.
एक घंटे में कई टीशर्ट बनती है
वर्कर ने कपड़ों के बनने में लगने वाले टाइम पर कहा, 'मैं एक घंटे में ऐसी एक दर्जन टीशर्ट आराम से बना सकती हूं. हम बहुत कम कमाते हैं और यहां रहने का खर्च यहां मिलने वाले पैसे से काफी ज्यादा है.' ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कितने वक्त में एक ब्रांडेड टीशर्ट तैयार हो जाती है.
हालांकि यहां के वर्कर्स काम का लोड ज्यादा होने के बाद भी शीन को भरोसेमंद मानते हैं. उनका कहना है कि वो समय पर भुगतान करते हैं और 80 फीसदी वर्कर शीन के लिए काम करते हैं. यहां दिन रात काम चलता रहता है.
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