जैसे-जैसे इंसान की उम्र बढ़ती है, उसके हाथों की ग्रिप भी कमजोर होती जाती है. जवानी में जिस तरह हाथों में भारी वजन उठाने की ताकत होती है, बढ़ती उम्र में ये कम हो जाती है. लेकिन इसका एक क्रमिक परिवर्तन होता है. लेकिन नई स्टडी में सामने आया है कि युवावस्था में ही कमजोर हैंड ग्रिप वालों में एजिंग तेज होती है.
वाशिंंगटन पोस्ट में छपी रिपोर्ट के अनुसार 1275 पुरुषों-महिलाओं के अध्ययन में कमजोर ग्रिप वाले लोगों के जीन ताकतवर लोगों की तुलना में तेजी से बूढे़ हो रहे हैं. अपेक्षाकृत कमजोर हैंडग्रिप यानी कम ताकत वाले लोगों में उनकी मांसपेशियों की कमजोर गुणवत्ता का पता चलता है.
एजिंग को रोक सकते हैं?
अध्ययन में प्राथमिक तौर पर पाया गया कि जिम जाने वाले या अपने घर पर ही पुश अप करने वाले अपनी एजिंग पर कंट्रोल कर सकते हैं. व्यायाम करने वाले लोग अपने सेल्स यानी कोशिकाओं को अपेक्षाकृत ज्यादा जवां रख सकते हैं.
हाथों की पकड़ मजबूत होना क्यों जरूरी है
अभी तक हुए तमाम शोध पहले ही ये बता चुके हैं कि क्यों मांसपेशियों में ताकत होना हमारे लिए अच्छा है. जो लोग वजन उठाते हैं, उनमें व्यायाम न करने वालों की तुलना में हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और कई अन्य पुरानी बीमारियों के विकसित होने की संभावना काफी कम होती है. पावर-वेब हैंड एक्सरसाइजर का उपयोग उंगलियों, कलाई और बांह की मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत और कंडीशन करने के लिए किया जाता है.
कितना लंबा हम जीने वाले हैं
मसल्स की ताकत यानी मजबूत ग्रिप इस बात का भी संकेत हो सकती है कि हम कितने समय तक जीवित रहेंगे. साल 2015 में उच्च, मध्यम और निम्न-आय वाले देशों में लगभग 140,000 वयस्कों के अध्ययन में पाया गया था कि हाथों की कम ताकत सभी आय के लोगों में मृत्यु दर से करीबी से जुड़ी हुई थी. वैसे लंबे समय तक पहले ब्लड प्रेशर को एक संकेतक माना जाता था लेकिन अध्ययन में कमजोर ग्रिप को उससे बेहतर संकेतक माना गया.
मिशिगन यूनिवर्सिटी के फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशनल विभाग के एसोशिएट प्रोफेसर डॉ मार्क पीटरसन के नेतृत्व में ये अध्ययन किया गया है. डॉ मार्क पीटरसन ने कहा कि ग्रिप स्ट्रेंथ को अक्सर उम्र बढ़ने का बायोमार्कर कहा जाता है. इस स्टडी में भी यही देखा गया कि समान उम्र के लोगों में जिनमें ग्रिप कमजोर है, उनकी एजिंग दर तेज है, जबकि उनसे ज्यादा उम्र वालों में जिनमें स्ट्रेंथ है, जिनकी ग्रिप मजबूत है, उनमें एजिंग इतनी तेज नहीं है.
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