PM Vishwakarma Scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 73वें जन्मदिन पर देश के लाखों कामगारों को बड़ी सौगात दी गई है. पीएम मोदी ने आज पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की है. देश के छोटे कामगारों, कौशल वाले लोगों की आर्थिक मदद के लिए केंद्र सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दी है. भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने लालकिले की प्राचीर से विश्वकर्मा योजना का ऐलान किया था. आइये जानते हैं क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना और कैसे मिलेगा फायदा?
दरअसल, पीएम मोदी ने आज अपने 73वें जन्मदिन पर सुबह लगभग 11 बजे इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर, द्वारका, नई दिल्ली में विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर 'पीएम विश्वकर्मा' नाम से एक योजना लॉन्च की है.
पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर 'पीएम विश्वकर्मा' योजना की शुरुआत करते हुए लोगों को बधाई दी और ट्वीट में लिखा, 'सामाजिक जीवन में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हमारे हुनरमंद भाई-बहनों की खुशहाली और समृद्धि के लिए हम निरंतर प्रयासरत रहे हैं. इसी कड़ी में कल विश्वकर्मा जयंती के पावन अवसर पर हमें ‘पीएम विश्वकर्मा’ को शुरू करने का सौभाग्य प्राप्त होगा. इस योजना से ना सिर्फ देशभर के कारीगरों और शिल्पकारों का कौशल निखरेगा, बल्कि हमारे इन परिवारजनों की बनाई चीजों को दुनियाभर में नई पहचान भी मिलेगी.'
क्या है पीएम विश्वकर्मा स्किम?
इस योजना से 18 व्यवसायों से जुड़े कामगारों को फायदा होगा. योजना के अंतर्गत आने वाले कारीगरों को तीन लाख रुपये का सस्ता लोन मिलेगा. केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए 13,000 करोड़ रुपये जारी किए हैं, जिसका लक्ष्य वित्तवर्ष 2023-24 में तीन लाख कामगारों को लाभ देना है. इस योजना को तीन मंत्रालयों एमएसएमई, कौशल विकास और वित्त मंत्रालय की ओर से लागू किया जाएगा.
किसे मिलेगा योजना का लाभ?
पीएम विश्वकर्मा योजना के जरिये सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों को मदद पहुंचाएगी. इनमें सुनार, लोहार, नाई और चर्मकार जैसे पारंपरिक कौशल वाले लोगों को शामिल किया जाएगा और उन तक सहायता पहुंचाई जाएगी. योजना के तहत तय शर्तों के तहत एक लाख रुपये तक का कर्ज मुहैया कराया जाएगा.
पीएम विश्वकर्मा योजना को परिवर्तन के लिए एक नई पहल बताया गया है जिसमें प्रमाण-पत्र और पहचान पत्र (आईडी कार्ड) के माध्यम से कारीगरों और शिल्पकारों को कई लाभ मिलेंगे, जो इस प्रकार हैं-
बता दें कि पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2023 को दिए अपने भाषण में इस स्किम का जिक्र करते हुए बताया था कि मुद्रा योजना से 20 लाख करोड़ रुपये की रकम युवाओं को अपने कारोबार शुरू करने के लिए दिए गए हैं. इस योजना के जरिये आठ करोड़ लोगों ने अपना कारोबार शुरू किया है और हर कारोबार ने लोगों को रोजगार दिया है. हमारे देश के युवाओं ने दुनिया के पहले 3 स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिला दिया है. आज भारत के इस सामर्थ्य को देखकर विश्व के युवाओं को आश्चर्य हो रहा है.
हिमांशु मिश्रा