Rajathan Teacher Recruitment 2022: राजस्थान के स्कूलों में खाली 93 हज़ार पदों पर भर्ती राज्य सरकार ने स्थगित कर दी है. राजस्थान के स्कूलों में टीचरों की कमी को देखते हुए राजस्थान सरकार ने ठेके पर 93 हज़ार टीचर लगाने के लिए विद्या संबल योजना लॉन्च की थी. लाखों बेरोजगारों ने टीचर बनने के लिए फॉर्म भर दिया मगर जब नियुक्ति का समय आया तो सरकार ने भर्ती रोक दी. कहा गया है कि आरक्षण के नियमों का पालन नहीं हो पा रहा था और वित्त विभाग से स्वीकृति मिल नहीं पा रही थी. कई दिनों से भटकते हुए बेरोजगारों ने शिक्षक भर्ती का फॉर्म भरा और अब सरकार की लापरवाही की वजह से जैसे तैसे मिलने वाली नौकरी से भी हाथ धो बैठे हैं.
एक तरफ बेरोज़गार खून के आंसू रो रहे हैं तो दूसरी तरफ शिक्षकों की कमी से बच्चों का भविष्य भी बर्बाद हो रहा है. विधानसभा के ठीक बगल में स्थित प्राथमिक स्कूल को माध्यमिक स्कूल बना दिया गया है. यहां पर 8वीं तक की क्लास बढ़ा दी गई पर टीचर नहीं आए. 10 में से 4 टीचर है और 2 सरकारी ड्यूटी पर हैं. यानी 2 टीचर 8 क्लास संभाल रहे हैं. प्रधानाचार्य अमित गौतम कह रहे हैं कि किसी भी तरह से संभाल रहे हैं. सरकार ने पद निकाले थे तो उम्मीद थी, अब देखिए क्या होता है.
बच्चे घर से पढ़ने आते है. स्कूल में आकर सरकार से कह रहे हैं हमें टीचर दे दो. टीचर के बिना पढ़ाई नहीं हो रही है. जयपुर के ब्रह्मपुरी सरकारी स्कूल की हालत भी खराब है जहां पर सरकार ने उच्च विद्यालय बना दिया है मगर 12वीं तक के क्लास को पढ़ाने के लिए 15 में से 11 ही टीचर हैं.
गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान REET की परीक्षा आयोजित की थी जिसमें REET लेवल-2 में पेपर आउट हो गए. अब इसकी परीक्षा फरवरी में होनी है. पूरी भर्ती प्रक्रिया जुलाई तक पूरी हो पाएगी यानी तब तक एक पूरा सेशन छात्रों का खाली क्लास में बैठा गुजर जाएगा. राजस्थान के 70 हजार सरकारी स्कूलों में टीचरों के लिए ठेके पर 93 हज़ार पद निकले थे जिसे सरकार ने आवेदन लेने के बाद रद्द कर दिए हैं.
शरत कुमार