अगर चाहते है कि ऑफिस में सभी के साथ आपका व्यहवहार अच्छा रहे तो प्रेमचंद की कहानियों से सीख सकते हैं. आम लोगों के जीवन पर लिखी प्रेमचंद की कहानियों से काफी कुछ सीखने को मिलता है. हम आपको बता रहे हैं उन कहानियों के बारे में जो आम जीवन के लिए जरूरी है.
दो बैलो की कथा
यह कहानी दो बैलों के बारे में है जो अपने मालिक से बेहद प्यार करते थे और जिनमे आपस में भी गहरी मित्रता थी. इस कहानी को पढ़ने के बाद आप एक बात याद रखेंगे कि चाहे हालात कैसे भी हो लेकिन अगर आपका दोस्त , सहकर्मी मुश्किल में हो तो उसका साथ कभी मत छोड़ो.
जब टीम दे अच्छी परफॉमेंस, तो ऐसे बढ़ाएं टीम का हौसला...
ईदगाह
ईदगाह एक पांच साल के बच्चे हामिद की कहानी है. माता-पिता के सुख से वंचित बच्चा छोटी उम्र में ही बहुत बड़ा हो जाता है. इस कहानी को अगर आप आगे पढ़ेंगे तो आप बखूबी जान पाएंगे कि अपने मन को समझाकर आप दूसरों को कैसे खुश कर सकते है.
जब बॉस का चिल्लाना बन जाए डेली रूटीन, तो यूं रखें खुद को कूल
पंच-परमेश्वर
पंच-परमेश्वर में दो मित्रों की कहानी है. ये कहानी हम सच और ईमानदार रहना सिखाएगी.
बेजान ऑफिस डेस्क में यूं भरें जान...
पूस की रात
कहानी 'पूस की रात' में भारतीय किसान की लाचारी का यथार्थ चित्रण किया गया है. इसमें बताया गया है कि कठनाई के बावजूद भी कैसे अपना काम करना है.
वंदना भारती