DU Recruitment 2023: दिल्ली सरकार से पूर्ण वित्त पोषित भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ एप्लाइड साइंस ने अपने यहां विभिन्न 12 विभागों में 49 सहायक प्रोफेसरों की स्थायी नियुक्ति करने संबंधी विज्ञापन जारी किया है. इस विज्ञापन के आने से दिल्ली सरकार के अन्य कॉलेजों के लिए भी रास्ता खुल गया है, जहां पिछले एक दशक से नियुक्ति बंद थी. फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने भास्कराचार्य कॉलेज द्वारा स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों को भरने संबंधी विज्ञापन दिए जाने पर खुशी जताते हुए कॉलेज के इस कदम का स्वागत किया है और कहा है कि दिल्ली सरकार के अन्य 11 कॉलेजों में भी जल्द ही सहायक प्रोफेसर के पदों के विज्ञापन जारी होंगे.
डॉ. हंसराज सुमन ने कहा कि भास्कराचार्य कॉलेज में स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों का विज्ञापन आने से एडहॉक शिक्षकों में खुशी का माहौल है. दिल्ली सरकार से पूर्ण वित्त पोषित 12 कॉलेज हैं. इन कॉलेजों में लगभग 600 पदों पर स्थायी नियुक्ति की जानी है. सरकार के इन कॉलेजों में स्थायी प्रिंसिपल के पदों को भी भरा जाना है. उनका कहना है कि अन्य कॉलेजों को भी अपने यहां खाली पड़े विभिन्न विभागों के पदों को निकालना चाहिए.
वैकेंसी डिटेल्स
भास्कराचार्य कॉलेज ने जिन 12 विभागों में 49 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया है उनमें बायोमेडिकल साइंस, बॉटनी, केमिस्ट्री, कम्प्यूटर साइंस, इंग्लिश, इनवायरमेंटल साइंस, फूड टेक्नोलॉजी, इंस्ट्रुमेंटेंशन, माइक्रो बायलॉजी, फिजिक्स, पॉलीमर साइंस, ज्योलॉजी आदि. इन पदों में सामान्य वर्गो की 19, एससी-07, एसटी -03, ओबीसी-11, ईडब्ल्यूएस- 07, पीडब्ल्यूडी- 02 के पदों पर नियुक्ति की जानी है.
21 दिन चलेगी आवेदन प्रक्रिया
डॉ. सुमन ने यह भी बताया है कि उम्मीदवार विज्ञापन जारी होने के 21 दिनों तक यानी 18 अगस्त 2023 तक आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा अन्य किसी भी तरह की जानकारी के लिए कॉलेज वेबसाइट www.bcas.du.in पर जाकर सूचना प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा किसी भी तरह का कोई बदलाव होता है तो उसे भी वेबसाइट ही दी जाएगी.
डीयू के करीब 36 कॉलेजों में लगभग 2500 शिक्षकों की नियुक्ति हुई
डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में पिछले करीब 36 कॉलेजों व डीयू के विभागों को मिलाकर अभी तक लगभग 2500 शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति हो चुकी है और नियुक्ति व पदोन्नति की प्रक्रिया जारी है. जिन कॉलेजों में ओएसडी या कार्यवाहक प्राचार्य है और जिन्हें यूजीसी से शत प्रतिशत अनुदान मिलता है उन कॉलेजों में भी जल्द ही स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों पर अगले महीने नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी. इन कॉलेजों में श्री अरबिंदो कॉलेज (सांध्य), मोतीलाल नेहरू कॉलेज (सांध्य), शहीद भगतसिंह कॉलेज (सांध्य), सत्यवती कॉलेज (सांध्य) हैं. इन कॉलेजों में स्क्रीनिंग का कार्य जोरों पर चल रहा है, जबकि कई कॉलेजों में स्क्रीनिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इन कॉलेजों ने नियुक्ति संबंधी एक्सपर्ट पैनल की मांग विश्वविद्यालय प्रशासन से की हुई है.
उनका कहना है कि दिल्ली सरकार के 28 कॉलेजों में से पूर्ण वित्त पोषित 12 कॉलेजों ने स्थायी सहायक प्रोफेसरों के पदों का विज्ञापन नहीं निकाले थे, लेकिन इस कड़ी में भास्कराचार्य कॉलेज के विज्ञापन आने के बाद अन्य कॉलेजों के विज्ञापन भी जल्द आ सकते हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन डीयू व संबद्ध कॉलेजों से एडहॉकइज्म को समाप्त करना चाहता है, इसलिए स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने आगे बताया कि अगस्त के दूसरे सप्ताह में कुछ कॉलेजों में स्थायी नियुक्ति होने की संभावना है. उन्होंने कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह से मांग की है कि दिल्ली सरकार के अन्य कॉलेजों में जहां कार्यवाहक प्रिंसिपल है, विज्ञापन निकाले जा चुके है और चयन पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली है वहां भी जल्द से जल्द स्थायी सहायक प्रोफेसर पदों पर नियुक्ति हो ताकि विश्वविद्यालय से एडहॉकइज्म समाप्त किया जा सके. बता दें कि इन कॉलेजों में पिछले एक दशक से सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति न होने से छात्रों की शिक्षा पर असर पड़ रहा था.
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