DU Admission 2021: तीसरी कटऑफ के एडमिशन शुरू, टॉप कोर्सेज में सीटें फुल

DU Admission 2021: दिल्ली विश्वविद्यालय के टॉप कॉलेज के पॉपुलर कोर्सेज में अर्थशास्त्र (हॉनर्स), बीकॉम (हॉनर्स), अंग्रेजी (हॉनर्स) जैसे शीर्ष पाठ्यक्रमों में प्रवेश की संभावना बहुत कम बची है.

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प्रतीकात्मक फोटो (Getty) प्रतीकात्मक फोटो (Getty)

aajtak.in

  • नई द‍िल्ली ,
  • 18 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 3:29 PM IST

DU Admission 2021: डीयू की तीसरी कट ऑफ लिस्ट से एडमिशन शुरू हो चुके हैं. लेकिन इससे पहले डीयू के पॉपुलर कोर्सेज में सीटें तकरीबन फुल हो चुकी हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के टॉप कॉलेज के पॉपुलर कोर्सेज में अर्थशास्त्र (Hons), बीकॉम (Hons), अंग्रेजी (Hons) जैसे शीर्ष पाठ्यक्रमों में प्रवेश की संभावना बहुत कम बची है.

इसकी वजह यह है कि डीयू की दो कट ऑफ आ चुकी हैं, इसके चलते कई कॉलेजों में पहली और दूसरी कटऑफ में इन पाठ्यक्रमों में सीटें भर चुकी हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए आवेदन करने वाले छात्र ऑफिशियल वेबसाइट du.ac.in पर जाकर कटऑफ लिस्ट चेक कर सकते हैं.

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दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में तीसरी कटऑफ लिस्ट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया 18 अक्टूबर 2021 से शुरू हो चुकी है. मेरिट बेस्ड विभिन्न यूजी कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवार आज 10 बजे से आवेदन कर शुरू हो रहे हैं. तीसरी मेरिट लिस्ट (DU Merit List 2021) के तहत उम्मीदवार 21 अक्टूबर तक एडमिशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.

वहीं, कॉलेजों द्वारा दाखिले के लिए 22 अक्टूबर, शाम 5 बजे तक स्वीकृति दी जाएगी. तीसरी कटऑफ सूची के तहत एडमिशन के लिए उम्मीदवारों को 23 अक्टूबर (शाम 5 बजे) तक पेमेंट करना होगा.

दिल्ली विश्वविद्यालय ने स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अभी तक दो कट-ऑफ जारी किए गए हैं. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दो कट-ऑफ सूचियों के तहत 48,000 से अधिक छात्रों ने विश्वविद्यालय में अपना प्रवेश प्राप्त किया है, जबकि विश्वविद्यालय को अब तक 1.18 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं. 

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विश्वविद्यालय को दो कट-ऑफ के तहत कुल 1,18,878 आवेदन प्राप्त हुए, जबकि 48,582 छात्रों ने फीस का भुगतान किया है। विवि के विभिन्न कॉलेजों में 70 हजार सीटों पर विश्वविद्यालय प्रवेश ले रहा है. जिस तरह कट ऑफ लिस्ट तक पॉपुलर कोर्सेज के लिए एक प्रतिशत तक की गिरावट ही आई है. अनारक्षित सीटें पहले ही भर दी गई हैं जबकि ओबीसी लगभग भर चुकी है. आरक्षित श्रेणियों में रिक्त सीटें होंगी और तीसरी सूची में एक प्रतिशत तक की कमी होने की संभावना है.

 

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