उबर टेक्नोलॉजी ने अपने सीनियर एग्जीक्यूटिव अमित सिंघल को रिजाइन करने के लिए कहा है. सूत्रों की मानें तो सिंघल को उनकी पुरानी कंपनी एल्फाबेट (गूगल) में लगे सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोपों को छिपाने की वजह से ऐसा करने के लिए कहा गया है.
वर्तमान समय में उबर खुद अपने ऑर्गनाइजेशन में इस तरह के आरोपों की जांच कर रही है. इन्हीं खबरों के बीच उबर के सीईओ ट्राविस कलानिक ने सोमवार को सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑफ इंजीनियरिंग अमित सिंघल को रिजाइन देने के लिए कहा है. एक टेक्नोलॉजी न्यूज वेबसाइट 'रीकोड' ने उबर को बताया था कि अमित पर उनकी पुरानी कंपनी में हैरेसमेंट का आरोप लग चुका है.
अमित सिंघल ने किया आरोपों का खंडन
इसके जवाब में सिंघल खुद सामने आए. उन्होंने लिखा, 'मैंने इस तरह का कोई बर्ताव नहीं किया है. 20 साल के करियर में मेरे ऊपर किसी भी तरह का कोई आरोप नहीं लगा है. मेरे खिलाफ किसी भी तरह के हैरेसमेंट की बात सही नहीं है. सभी को यह बताना चाहता हूं कि मैं कोई माफी नहीं मांगूंगा.' उन्होंने आगे लिखा, 'गूगल छोड़ने का फैसला मेरा खुद का था.'
गूगल की ओर से नहीं आई प्रतिक्रिया
वहीं गूगल की ओर से इस बारे में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. बताते चलें कि सिंघल गूगल के सर्च डिवीजन एल्फाबेट में कार्यरत थे. सिंघल ने करीब 15 साल तक कंपनी में काम करने के बाद करीब एक साल पहले ही नौकरी छोड़ी थी. उन्होंने जनवरी में उबर के साथ जुड़ने का एलान किया था.
पूर्व महिला इंजीनियर ने लगाए थे गंभीर आरोप
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में उबर की एक पूर्व महिला इंजीनियर ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा था कि उसकी ओर से अनचाहे सेक्शुअल रिलेशन की रिपोर्ट करने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की गई. उन्होंने कहा, कंपनी के अफसरों और एचआर ने शिकायत के बावजूद उनके मैनेजर को कोई सजा नहीं दी.
परफॉर्मेंस रिव्यू खराब करने की दी गई धमकी
इसके उलट उन्हें ही बिना सहमति के रिलेशन बनाने और परफॉर्मेंस रिव्यू खराब करने की धमकी दी गई. उबर ने बीते हफ्ते ही अमेरिका के पूर्व अटॉर्नी जनरल एरिक होल्डर को अप्वाइंट किया था. होल्डर को कंपनी में महिलाओं की ओर से किए गए दावों का रिव्यू करने के लिए लाया गया था.
राहुल सिंह