शीना मर्डर केस: मिखाइल ने अपनी मां इंद्राणी से जताया जान का खतरा

शीना मर्डर केस में सरकारी गवाह मिखाइल बोरा ने सीबीआई को पत्र लिखकर कहा है कि उसे मुख्य आरोपी अपनी मां इंद्राणी मुखर्जी से जान का खतरा है.

Advertisement
मिखाइल बोरा और इंद्राणी मुखर्जी मिखाइल बोरा और इंद्राणी मुखर्जी

मुकेश कुमार

  • मुंबई,
  • 31 मई 2018,
  • अपडेटेड 10:12 AM IST

शीना मर्डर केस में सरकारी गवाह मिखाइल बोरा ने सीबीआई को पत्र लिखकर कहा है कि उसे मुख्य आरोपी अपनी मां इंद्राणी मुखर्जी से जान का खतरा है. केंद्रीय जांच एजेंसी, असम के अधिकारियों को मिखाइल बोरा की सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान देने का निर्देश देने की मांग करते हुए यहां निचली अदालत पहुंची. मिखाइल गुवाहाटी में रहता है.

सीबीआई के एक अधिकारी ने अदालत से कहा कि उन्हें मिखाइल से ई-मेल मिला है. मिखाइल ने उन्हें लिखा है कि उसे अपनी जान का खतरा है और यह कि उसकी बहन शीना बोरा की हत्या की आरोपी उसकी मां उसे भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकती है. असम में संबंधित अधिकारी को गवाह की जान पर खतरे के बारे में सूचित किए जाने की जरुरत है.

Advertisement

इस ईमेल में मिखाइल ने लिखा है कि इंद्राणी नहीं चाहती है कि उसकी मां दुर्गा रानी बोरा की वसीयत को अदालत द्वार प्रमाणित किया जाए. इसलिए वह मिखाइल को परेशान करने के लिए विभिन्न हथकंडे अपना रही है. इस वसीयत से मिखाइल को सारी संपत्ति मिल जाएगी और इंद्राणी को कुछ नहीं मिलेगा. इस वजह से मिखाइल बहुत डरा हुआ है.

ई-मेल में लिखा है, 'मैं अपने घर में हमेशा अकेला रहता हूं. मेरी मदद के लिए कोई नहीं होता है. मुझे इंद्राणी मुखर्जी से अपनी जान का डर सता रहा है.' अदालत ने सीबीआई की अर्जी पर कोई आदेश जारी नहीं किया. लेकिन उसने इंद्राणी की पूर्व सचिव काजल शर्मा की गवाही रिकार्ड करना जारी रखा. मिखाइल इंद्राणी के पति की संतान और शीना का भाई है.

बताते चलें कि इस केस में जेल की सजा काट रही इंद्राणी मुखर्जी ने भी अपनी जान का खतरा जताया था. उसने कहा था कि जेल के अंदर उसे कोई जान से मारने की कोशिश कर रहा है. उसने ड्रग ओवरडोज के लिए जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि दाल या उसे दी जाने वाली दवाओं के जरिए ड्रग ओवरडोज किया जा सकता है.

Advertisement

सीबीआई कोर्ट में इंद्राणी ने कहा था कि बीते 7 अप्रैल को उसने शुक्रवार का व्रत रखा हुआ था. उस दिन उसने जेल में दी जाने वाली दाल से अपना व्रत तोड़ा था. इसके अलावा उसने कोई भी चीज बाहर से नहीं खाई थी. दाल पीने के बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी थी. इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

इंद्राणी मुखर्जी 7 अप्रैल की रात दक्षिण मुंबई की भायखला जेल में बेहोशी की हालत में पाई गई थी. इसके बाद उसे जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अतिरिक्त महानिदेशक (जेल) भूषण कुमार उपाध्याय ने इस मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए थे. इसमें ड्रग ओवरडोज का खुलासा हुआ था.

जेजे अस्पताल के डीन सुधीर नंदनकर ने भी कहा था कि यह मामला ड्रग ओवरडोज का है. मेडिकल रिपोर्ट में सामने आया है कि इंद्राणी ने अम्लोडाइपिन, एस्पिरिन और अमित्रिप्टिलाइन ड्रग्स लिया था. इसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी थी. उसे बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया था, जहां से उसे छुट्टी दे दी गई थी.

शीना बोरा मर्डर केस की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी आईएनएक्स मीडिया केस के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी आरोपी हैं. वह 24 अप्रैल 2012 को अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या करने के आरोप में जेल में बंद हैं. उनके पति और मीडिया व्यापारी पीटर मुखर्जी भी इस केस में जेल में बंद हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement