आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम की गिरफ्तारी के बाद यूपी के बलरामपुर में पांच पुलिस वालों पर गाज गिरी है. जिन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. सस्पेंड होने वाले पांच पुलिसकर्मियों में तत्कालीन एसएचओ और बीट प्रभारी भी शामिल हैं. इन सभी पर लापरवाही बरतने के आरोप है.
संदिग्ध आतंकी अबु यूसुफ की गिरफ्तारी के मामले में बलरामपुर पुलिस ने अपने विभाग में ही बड़ी कार्रवाई की है. जिसके तहत उतरौला कोतवाली के 5 पुलिसकर्मियो को निलंबित किया गया है. जिनमें तत्कालीन एसएचओ और बीट प्रभारी भी शामिल हैं. इन सभी पुलिसकर्मियों पर अभिसूचना संकलन में लापरवाही बरतने का आरोप है. जिसे एक बड़ी चूक माना जा रहा है.
गिरफ्तार किया गया संदिग्ध अबु यूसुफ कोतवाली उतरौला के बढ़या भैसाही गांव का ही रहने वाला है. आजतक की टीम भैसाही गांव पहुंची और वहां लोगों से बात करने की कोशिश की लेकिन कोई भी शख्स मुस्तकीम उर्फ अबु यूसुफ के बारे में बात करने के लिए तैयार नहीं था. गांव वालों ने बताया कि ये इकलौता परिवार है जो बहावी सोच का है और बेहद कट्टर है.
बताते चलें कि दिल्ली में आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अबु यूसुफ को गिरफ्तार किया गया था. जो आईएस आतंकी यूसुफ अल-हिंदी के संपर्क में था. यूसुफ अल हिंदी का नाम ही सफी अरमार है, जो इंडियन मुजाहिद्दीन का फरार आतंकी है. वो कर्नाटक के भटकल का रहने वाला है.
भारत से फरार इंडियन मुजाहिद्दीन का आतंकी सफी अरमार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर खुरासान मॉड्यूल चला रहा है. खुरासान मॉड्यूल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की उपज है. जानकारी के मुताबिक यूसुफ अल-हिंदी उर्फ सफी अरमार इस वक्त अफगानिस्तान में मौजूद है.
आईएसआईएस खुरासान के लिए सफी अरमार उर्फ यूसुफ अल-हिंदी ने ही अबु यूसुफ को चुना था. जानकारी के मुताबिक यूसुफ अल-हिंदी अफगानिस्तान में बैठकर हिंदुस्तानी जवानों को जिहाद के लिए तैयार करता है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर टेलीग्राम और वी चैट के जरिए हिंदुस्तान में मौजूद जिहादियों के संपर्क में रहता है. यूसुफ अल-हिंदी रॉ के रडार पर भी है.
कुमार अभिषेक