दिल्ली से सटे फरीदाबाद की एक पॉश हाउसिंग सोसाइटी में कक्षा तीन की एक बच्ची के अपहरण की कोशिश उसकी सर्तकता की वजह से नाकाम हो गई. बच्ची ने खतरे को भांपते हुए खुद को सुरक्षित कर लिया. इस घटना के बाद सोसाइटी में हड़कंप मच गया. सुरक्षा में गंभीर चूक को लेकर निवासियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक, यह वारदात फरीदाबाद के सेक्टर 45 स्थित श्री होम सोसाइटी की है. यहां करीब 600 परिवार रहते हैं. आरडब्ल्यूए के अभाव में सोसाइटी की देखरेख और सुरक्षा की जिम्मेदारी फिलहाल बिल्डर के पास है. यहां शुक्रवार शाम उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक अज्ञात नकाबपोश महिला 8वीं मंजिल पर रहने वाले आशीष मिश्रा की बेटी काव्या मिश्रा के अपहरण की कोशिश करने लगी.
परिजनों के अनुसार, तीसरी कक्षा की छात्रा काव्या शाम के वक्त अपने फ्लैट के बाहर गलियारे में खेल रही थी. इसी दौरान एक अजनबी महिला लिफ्ट से बाहर निकली और बच्ची को चॉकलेट का लालच देने लगी. लेकिन काव्या ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए फौरन अपने फ्लैट के भीतर भागकर दरवाजा बंद कर लिया. महिला ने न सिर्फ दरवाजा खटखटाया, बल्कि सीढ़ियों पर खड़े होकर उसके बाहर आने का इंतजार भी किया.
इस घटना का खुलासा तब हुआ जब आशीष मिश्रा रात को घर लौटे. उन्होंने बताया, ''मेरी बेटी ने पूरी घटना हमें बताई. इसके बाद हमने तुरंत सोसाइटी के अन्य निवासियों को सूचित किया. सभी लोग एकत्र हुए और सुरक्षा गार्ड से पूछताछ की गई, लेकिन उसने किसी भी संदिग्ध महिला के प्रवेश की जानकारी होने से इनकार कर दिया.'' इस घटना से आक्रोशित लोगों ने बिल्डर के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
लोगों का आरोप था कि सोसाइटी में सुरक्षा पूरी तरह लचर है. पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि कुछ समय पहले एक बच्ची लिफ्ट में फंस गई थी, लेकिन शिकायत के बावजूद लिफ्ट की तकनीकी खामी को नहीं सुधारा गया. निवासियों ने सीसीटीवी फुटेज की गुणवत्ता और उसके काम करने की स्थिति पर भी गंभीर सवाल उठाए. इस घटना के बावजूद कैमरे कोई ठोस सबूत नहीं दे पा रहे हैं.
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत संज्ञान लिया है. सूरजकुंड थाने में अज्ञात महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है और हर एंगल से जांच की जा रही है. फिलहाल, बच्ची सुरक्षित है और सोसाइटी में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है. लेकिन यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है.
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