नकली वारंट दिखाया, फिर दिल्ली पुलिस अधिकारी बनकर कारोबारी से ठग लिए एक करोड़ रुपये

पंजाब में एक कारोबारी को साइबर ठगों ने नकली वारंट दिखाकर एक करोड़ रुपये का चूना लगा दिया. दरअसल रंगदारी का पैसा अपने खाते में लेने के झूठे मामले का हवाला देकर ठगों ने दिल्ली पुलिस का अधिकारी बनकर उन्हें फोन किया और गिरफ्तारी का नकली वारंट दिखाकर उनसे दो बार में एक करोड़ रुपये ठग लिए. अब पंजाब पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है.

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यह सांकेतिक तस्वीर है यह सांकेतिक तस्वीर है

aajtak.in

  • लुधियाना,
  • 22 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 6:55 PM IST

पंजाब के लुधियाना में ठगों ने एक कारोबारी को एक करोड़ रुपये का चूना लगा दिया. इस मामले को लेकर पुलिस ने रविवार को बताया कि जालसाजों ने उद्योगपति से एक करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की है.

एक अधिकारी ने बताया कि कारोबारी रजनीश आहूजा ऑटो पार्ट्स बनाने वाली फैक्ट्री के मालिक हैं. उन्हें एक व्हाट्सएप कॉल आई और कॉल करने वाले ने खुद को दिल्ली हवाई अड्डे के अधिकारी के रूप में पेश किया.

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न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक बिजनसमैन आहूजा को उसने बताया कि उनके द्वारा भेजा गया एक कूरियर जिसमें 16 पासपोर्ट और 58 एटीएम कार्ड थे, दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जब्त कर लिया गया और संजय सिंह नाम के एक व्यक्ति को हवाई अड्डे पर कूरियर के साथ पकड़ा गया है.

पुलिस ने बताया कि फोन करने वाले ने दावा किया कि संजय सिंह ने स्वीकार किया है कि किसी से रंगदारी के रूप में मिले 38 करोड़ रुपये आहूजा के बैंक खाते में जमा किए गए थे. जब आहूजा ने फोन पर कोई पैकेज भेजने से इनकार किया, तो फोन करने वाले ने कहा कि पार्सल भेजने के लिए उसकी आईडी का दुरुपयोग किया गया होगा और मामला दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर किया जा रहा है.

पुलिस ने बताया कि कुछ मिनटों के बाद, पीड़ित को दूसरे नंबर से कॉल आई और कॉल करने वाले ने खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी सुनील कुमार बताया. फोन करने वाले ने आहूजा को बताया कि उसका गिरफ्तारी का वारंट जारी हो गया है और उसे कूरियर भेजने और अपने बैंक खाते में जबरन वसूली के पैसे लेने के लिए गिरफ्तार किया जाएगा.

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नकली वारंट दिखाकर ठग लिए एक करोड़ रुपये

पुलिस ने कहा कि आहूजा को डराने और ब्लैकमेल करने के लिए एक फर्जी गिरफ्तारी वारंट भी भेजा गया था. किसी भी कानूनी कार्रवाई के डर से, आहूजा ने जालसाजों द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खातों में पहले 86 लाख रुपये और फिर 15 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए.

इसके बाद पीड़ित को एक नए नंबर से दोबारा कॉल आई और कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया. आहूजा को बताया गया कि उन्हें निर्दोष पाया गया है और पैसे वापस कर दिए जाएंगे. हालांकि कारोबारी ने बताया कि उन्हें अपना पैसा वापस नहीं मिला.

बाद में कारोबारी को ठगे जाने का एहसास हुआ जिसके बाद उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने उन बैंक खातों पर होल्ड लगवा दिया है जिसमें कारोबारी ने पैसे भेजे थे. पुलिस ने कहा कि शिकायत दर्ज कर आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है.
 

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