रिस्पॉन्स, ट्रैकिंग और टेस्टिंग के लिए मददगार हैं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप्स: WHO

विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में आरोग्य सेतु जैसे कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप्स मददगार साबित हुए हैं. WHO के कार्यकारी निदेशक डॉ माइकल जे रयान ने प्रेस संवाद में इस रिपोर्टर के सवाल के जवाब में कहा कि दक्षिण कोरिया में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप बहुत उपयोगी साबित हुए.

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रिस्पॉन्स, ट्रैकिंग और टेस्टिंग के लिए मददगार हैं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप्स:  WHO रिस्पॉन्स, ट्रैकिंग और टेस्टिंग के लिए मददगार हैं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप्स: WHO

अंकित कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 08 मई 2020,
  • अपडेटेड 12:23 AM IST

  • उपयोगी साबित हो रहे कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप्स
  • दक्षिण कोरिया में ऐप साबित हुआ उपयोगी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का मानना है कि नोवेल कोरोनावायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में आरोग्य सेतु जैसे कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप्स मददगार साबित हुए हैं.

WHO के कार्यकारी निदेशक डॉ माइकल जे रयान ने प्रेस संवाद में इस रिपोर्टर के सवाल के जवाब में कहा, 'दक्षिण कोरिया में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप बहुत उपयोगी साबित हुए. ये पब्लिक अथॉरिटीज की कई तरह से मदद करते हैं. जैसे कि रिस्पॉन्स, ट्रैकिंग और टेस्टिंग के लिए बेहतर प्लानिंग करने में. जैसा कि हमने दक्षिण कोरिया में देखा. अक्सर लोग एक बार पॉजिटिव डिटेक्ट होने पर अपने सभी कॉन्टेक्ट्स को याद करने में दिक्कत का सामना करते हैं लेकिन आपका फोन याद रखता है.'

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डॉ रेयान ने इंडिया टुडे को बताया, 'विभिन्न देशों में अलग-अलग ऐप्स के मॉडल हैं, लेकिन सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि डेटा का इस्तेमाल किसी और मकसद से नहीं किया जाए.'

उन्होंने कहा, 'प्रत्येक देश में एक अलग ऑप्ट इन या ऑप्ट आउट प्रक्रिया होती है. यह अहम है कि सरकारें सुनिश्चित करें कि डेटा का इस्तेमाल सिर्फ COVID-19 रिस्पॉन्स के लिए किया जाए.'

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डेटा इकट्ठा करना है चुनौती

यह पूछे जाने पर कि क्या यह साबित करने के लिए कोई सबूत है कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप्स असल में महामारी के खतरे को काबू में रखने में मदद करते हैं तो डॉ रेयान ने जोर देकर कहा, 'किसी महामारी के दौरान प्रासंगिक और समय रहते डेटा इकट्ठा करना बड़ी चुनौती है. अक्सर विभिन्न विभाग डेटा के अलग-अलग सेट इकट्ठा करते हैं जिसमें बहुत समय लगता है. टेक्नोलॉजी ऐसी कई समस्याओं को हल करने में मदद कर सकती है. इससे बेहतर प्लानिंग करने में आसानी रहती है.'

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कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का हिस्सा अहम

WHO में टेक्नीकल लीड डॉ मारिया वान केरखोव ने इंडिया टुडे को बताया, 'ऐप ज़मीनी स्थिति में स्वास्थ्य कर्मचारियों को मदद कर सकते हैं. ओवरऑल कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग अहम हिस्सा है. कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एप्लिकेशन ऐप स्वास्थ्य कर्मचारियों की ओर से जमीन पर किए जाने वाले कामों का पूरक बन सकते हैं. अन्यथा इन कर्मचारियों को इन स्थानों पर शारीरिक रूप से जाना पड़ता है. जरूरी नहीं है कि ये कर्मचारी महामारी विज्ञान में ट्रेंड हों.

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सोर्स कोड होगा जल्द सार्वजनिक

भारत ने उन प्रोफेशनल्स के लिए आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल अनिवार्य किया है, जिन्हें लॉकडाउन के दौरान बाहर जाना पड़ता है. इस कदम की प्राइवेसी राइट्स ग्रुप्स ने आलोचना की है. सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही ऐप के सोर्स कोड को सार्वजनिक करेगी, ताकि स्वतंत्र शोधकर्ता ऐप की गोपनीयता और सुरक्षा के लिए टेस्ट कर सकें.

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