Explainer: एक साथ दो वायरस से संक्रमित करने वाले Florona के बारे में जानें सबकुछ

What is florona and symptoms: कोरोना और ओमिक्रॉन की दहशत के बीच फ्लोरोना का पहला केस सामने आया है. फ्लोरोना में मरीज को फ्लू और कोरोना का डबल इंफेक्शन होता है. एक ही समय में दो वायरस से संक्रमित होने से गंभीर बीमारी और मौत का खतरा भी बढ़ सकता है.

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फ्लोरोना से गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. (फाइल फोटो-AP) फ्लोरोना से गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. (फाइल फोटो-AP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 1:17 PM IST
  • इजरायल में सामने आया फ्लोरोना का पहला केस
  • फ्लू और कोरोना का डबल इंफेक्शन है फ्लोरोना

इजरायल में फ्लोरोना (Florona) का दुनिया का पहला केस सामने आया है. फ्लोरोना जिसमें मरीज फ्लू (Flu) और कोरोना (Corona) दोनों वायरस से संक्रमित मिला है. इजरायल की मीडिया के मुताबिक, एक महिला में फ्लोरोना की पुष्टि हुई है. वैसे तो जो महिला फ्लोरोना संक्रमित मिली है, उसमें हल्के लक्षण हैं, लेकिन डॉक्टर इसे तब भी खतरनाक बता रहे हैं. 

गर्भवती है फ्लोरोना से संक्रमित पहली महिला

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- इजरायल की न्यूज वेबसाइट Yedioth Ahronoth के मुताबिक, गर्भवती महिला पिछले हफ्ते अस्पताल में भर्ती हुई थी और जब उसका टेस्ट किया गया तो उसमें फ्लू और कोरोना दोनों का संक्रमण मिला. महिला को अभी तक वैक्सीन की एक डोज भी नहीं लगी है.

- डॉक्टरों का कहना कि फ्लोरोना संक्रमित महिला की हालत ठीक है और उसमें हल्के लक्षण हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय भी इस मामले की जांच कर रहा है कि एक साथ दो वायरस से संक्रमित होने से कितनी गंभीर बीमारी हो सकता है. ऐसा भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इजरायल में कई लोग फ्लोरोना से संक्रमित हुए होंगे लेकिन उनका मामला सामने नहीं आया होगा.

- गायनेकोलॉजिस्ट प्रोफेसर अरनॉन विजनाइट्जर ने बताया कि पिछले साल गर्भवती महिलाओं में फ्लू के मामले नहीं देखे गए थे, लेकिन अब बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं फ्लू से संक्रमित हो रहीं हैं. उन्होंने कहा कि क्योंकि कोरोना और फ्लू में लक्षण लगभग एक जैसे ही होते हैं इसलिए ये पता लगा पाना भी मुश्किल है कि मरीज किस वायरस से संक्रमित है.

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- उन्होंने बताया कि उस महिला को भी अस्पताल आने के बाद ही पता चला कि वो दोनों वायरस से संक्रमित है. उन्होंने बताया कि यहां उनका फ्लू और कोरोना का टेस्ट किया गया था, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. 

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क्या ये खतरनाक है?

- क्योंकि फ्लोरोना का ये दुनिया का पहला केस है, इसलिए इस बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं है कि ये कितना खतरनाक है? हालांकि, डॉक्टरों का यही मानना है कि अगर एक साथ दोनों वायरस से संक्रमित होते हैं तो हालत खराब हो सकती है और इससे गंभीर बीमारी हो सकती है. 

-  दोनों के लक्षण भी लगभग एक ही हैं. दोनों ही बीमारियों में गले में खराश, सर्दी, जुकाम, सिरदर्द, बुखार आना, मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में दिक्कत जैसी शिकायत आती है. दोनों का इलाज हो सकता है लेकिन कोताही बरती तो ये जानलेवा भी हो सकती है. 

- अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक, फ्लू की वजह से मरीज को गंभीर बीमारी भी हो सकती है और कई बार मौत भी हो सकती है. कोरोना से भी अब तक लाखों लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में अगर मरीजों में दोनों वायरस मिलते हैं तो गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ सकता है.

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- इजरायली डॉक्टरों का कहना है कि फ्लोरोना होने से सांस लेने में दिक्कत होने के अलावा निमोनिया, हार्ट और मांसपेशियों में सूजन जैसे गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं, जिससे जान जा सकती है.

फ्लोरोना का मामला अभी क्यों सामने आया?

- वैज्ञानिकों ने पिछले साल भी कोरोना और फ्लू के डबल इंफेक्शन होने की आशंका जताई थी. हालांकि, पिछली बार फ्लोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया था. 

- सर्दी बढ़ते ही फ्लू के मामले भी बढ़ जाते हैं. दुनियाभर में इस समय तापमान गिर रहा है जिससे फ्लू के मामले भी बढ़ रहे हैं. ऐसे में लोग कोरोना और फ्लू दोनों से संक्रमित हो रहे हैं. 

फ्लोरोना से बचने के क्या हैं उपाय?

- फ्लू और कोरोना दोनों ही हवा के जरिए इंसान से इंसान में फैलने वाला संक्रमण है. दोनों ही बीमारी संक्रमित व्यक्ति के छींकने और खांसने से फैलती है. संक्रमित होने के बाद लक्षण दिखने में 2 से 10 दिन का समय लग सकता है. ऐसे में संक्रमण से बचने का एकमात्र उपाय दूरी बनाना और मास्क पहनना ही है. 

 

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