पटना: हाई कोर्ट ने कहा- ऑक्सीजन की कमी होने पर सीधे रजिस्ट्रार को सूचना दें अस्पताल

कोरोना संकट की इस घड़ी में पटना हाई कोर्ट ने कोरोना मरीजों की पीड़ा को समझते हुए बड़ा कदम उठाया है. हाई कोर्ट ने कहा है कि निजी अस्पताल ऑक्सीजन की कमी होने पर सीधे हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को ईमेल करें. 

Advertisement
पटना हाई कोर्ट (फाइल फोटो) पटना हाई कोर्ट (फाइल फोटो)

उत्कर्ष कुमार सिंह

  • पटना,
  • 27 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 7:37 AM IST
  • बिहार में कोरोना के 11801 नए मामले 
  • बिगड़ते हालात पर एचसी ने लिया संज्ञान 
  • कोरोना हॉस्पिटल के लिए जारी हुए निर्देश  

बिहार में कोरोना संक्रमण ने पैर फैलाना शुरू कर दिए हैं. देश के साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. वहीं राजधानी पटना में भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में हॉस्पिटल मरीजों से भरे हुए हैं, तो वहीं ऑक्सीजन की कमी की समस्या भी सामने आ रही है. इस बड़ी समस्या पर  पटना हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया है. 

Advertisement

पटना हाई कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि ऐसे अस्पताल जिन्हें कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए अनुमति दी गई है या फिर ऐसे अस्पताल जो कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं, उन्हें यदि ऑक्सीजन की सप्लाई में किसी भी प्रकार की समस्या आती है, तो वे हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को सीधे ईमेल कर सकते हैं. इतना ही नहीं पटना हाई कोर्ट ने इसके लिए रजिस्ट्रार जनरल का ईमेल आईडी भी जारी कर दिया है. 

बता दें बिहार में कोरोना का प्रकोप हर दिन बढ़ता जा रहा है. बिहार सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में कोरोना के 11801 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद बिहार में कुल एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 89660 तक पहुंच गई है. अगर यही रफ्तार रही तो अगले 24 घंटों में ये आंकड़ा एक लाख के पार पहुंच जाएगा. बिहार में कोरोना से अब तक 2222 लोगों की मौत हो चुकी है. बीते 24 घंटे में 67 लोगों ने कोरोना के चलते जान गंवाई है. सूबे में रिकवरी रेट 77.88 फीसदी है.

Advertisement

एक तरफ बिहार में कोरोना संक्रमण को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय बैठक की और कोरोना का इलाज कर रहे सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया. वहीं दूसरी ओर लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की वजह से अस्पतालों में बेड के लिए भी किल्लत अभी भी जारी है. मरीजों को जरूरी दवाइयां नहीं मिल रही और अस्पतालों से ऑक्सीजन की कमी की शिकायतें मिल रही हैं.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement