पूरी दुनिया कोरोना वायरस से परेशान है, ऐसे में चीन ने 29 मार्च 2020 की रात एक अनजान जगह पर मिलिट्री ड्रिल यानी सैन्य युद्धाभ्यास किया है. इसकी वजह से उसके पड़ोसी देश चिंता में आ गए हैं. चीन ने उत्तर-पूर्वी इलाकों में टैंकों से रात में युद्धाभ्यास किया. इससे सबसे ज्यादा परेशान हैं जापान और ताइवान. (फोटोः रॉयटर्स)
जापान और ताइवान को डर है कि कहीं चीन कोरोना वायरस का सहारा लेकर हमारे ऊपर हमला न कर दे. चीन के युद्धाभ्यास को देखते हुए जापाना ने चीन से सटे अपने मियाकोजिमा द्वीप पर मिसाइलें और 340 सैनिक तैनात कर दिए हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
ताइवान ने भी आरोप लगाया है कि चीन ने उसके एयरस्पेस में अपने फाइटर जेट भेजे. ये घटना भी 29 मार्च 2020 की रात की है. इसके बाद ताईवान की एयरफोर्स के विमानों ने उन्हें भगाया. (फोटोः रॉयटर्स)
द ट्रंपेट वेबसाइट ने रॉयटर्स न्यूज एजेंसी के हवाले से लिखा है कि चीन ने फिर ताइवान को भड़काने के लिए फाइटर जेट भेजे थे. जिसके बाद ताइवान को अपने लड़ाकू विमानों को इनके पीछे भेजना पड़ा.
इसके बाद ताइवान ने भी अपने शहरी इलाकों में टैंकों के साथ अभ्यास किया. इसके बाद, अब दुनियाभर के रक्षा विशेषज्ञों को लग रहा है कि जापान और ताइवान को डर है कि कहीं चीन कोरोना संकट का फायदा उठाकर हमला न कर दे. (फोटोः रॉयटर्स)
उधर खबर आई है कि उत्तरी कोरिया (नॉर्थ कोरिया) ने भी 29 मार्च 2020 की रात सुपरलार्ज मल्टिपल रॉकेट लॉन्चर का सफल परीक्षण किया है. उत्तरी कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी KCNA ने यह तस्वीरें रॉयटर्स को दी हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
उत्तर कोरिया ने कोरोना वायरस से जूझ रही दुनिया को परेशान करने के लिए पिछले एक महीने में चार परीक्षण किए हैं. 29 को किए गए परीक्षण में उत्तरी कोरिया ने कम दूरी की दो मिसाइलें इस रॉकेट लॉन्चर से छोड़ी. जो अपने निशाने पर सही से लगीं. (फोटोः रॉयटर्स)
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि उसकी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की 78वीं ग्रुप आर्मी ने मुख्य युद्धक टैंकों के साथ रात में युद्धाभ्यास किया है.
इतना ही नहीं, चीन ने 29 मार्च 2020 को ही अत्याधुनिक पोर्टेबल एंटी टैंक मिसाइल का एक्सपोर्ट करने की अनुमति भी दी है. इसका परीक्षण भी रविवार को ही किया गया था. ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार बुधवार तक ये मिसाइल विदेशी खरीदारों के दिए जाएंगे.