जैसे-जैसे मानसून वापस लौटने लगा है, देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश में कमी आने लगी है. इसके साथ ही निर्माण गतिविधियों (Construction Activities) में तेजी आने लगी है. इससे पहले मानसून के चलते उत्पन्न हुए बारिश और बाढ़ जैसे हालात ने निर्माण गतिविधियों को ठप कर दिया था. हालांकि अब इस सेक्टर में गतिविधियों में सुधार आने लगा है, जिसका सीधा असर सीमेंट (Cement) और सरिया (Sariya) जैसी सामग्रियों के भाव पर हो रहा है. पिछले 02 सप्ताह के दौरान सरिये के भाव कई शहरों में बढ़े हैं. हालांकि अभी भी यह 2-3 महीने पहले की तुलना में ठीक-ठाक सस्ता मिल रहा है. अगर आपको भी घर बनवाना है तो अब देरी न करें, वर्ना सरिया-सीमेंट के महंगे होने से आपकी लागत बढ़ सकती है.
एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ने का असर
आपको बता दें कि मार्च-अप्रैल के दौरान सरिये का भाव रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था. इसके बाद सरकार ने स्टील पर एक्सपोर्ट ड्यूटी (Export Duty On Steel) बढ़ाने का फैसला लिया. इसकी वजह से घरेलू बाजार में स्टील के दाम तेजी से गिरे. सरिये के दाम में आई कमी की मुख्य वजह भी यही है. दूसरी ओर मानसून के कारण देश के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश के चलते निर्माण गतिविधियों में कमी आने का असर डिमांड पर हुआ. उसके बाद सरिये के भाव में तेजी से गिरावट आई थी, लेकिन अभी फिर से इनकी कीमतें बढ़ने लगी हैं. बीते दो सप्ताह के दौरान कई शहरों में सरिया 1000 रुपये प्रति टन तक महंगा हुआ है. हालांकि यह अभी भी जुलाई की तुलना में 6000 रुपये प्रति टन तक सस्ता मिल रहा है.
अभी इतना सस्ता मिल रहा सरिया
इस्पात मंत्रालय के आंकड़ों को देखें तो TMT सरिया का खुदरा भाव अप्रैल की शुरुआत में 75,000 रुपये प्रति टन के आसपास था, जो 15 जून को गिरकर करीब 65 हजार प्रति टन पर आ गया था. खुदरा बाजार के हिसाब से देखें तो अप्रैल में एक समय सरिये का भाव 82,000 रुपये प्रति टन पहुंच गया था, जो अभी कम होकर 50 से 55 हजार रुपये प्रति टन रह गया है. इसका मतलब हुआ कि अप्रैल के रिकॉर्ड हाई की तुलना में सरिये का भाव अभी करीब 30 हजार रुपये प्रति टन कम है. सिर्फ लोकल ही नहीं बल्कि ब्रांडेड सरिये का भाव भी पिछले कुछ महीनों में काफी कम हुआ है. मार्च 2022 में ब्रांडेड सरिये का रेट 01 लाख रुपये प्रति टन के पास पहुंच गया था, जो अभी 80-85 हजार रुपये प्रति टन पर आ गया है.
जानें आपके शहर में क्या है सरिये का ताजा रेट
भारत के प्रमुख शहरों में सरिया के रेट अलग-अलग मात्रा में घटे और बढ़े हैं. आयरनमार्ट (ayronmart) वेबसाइट सरिये की कीमतों की घट-बढ़ पर नजर रखती है और उसी आधार पर कीमतों को अपडेट करती है. देश के प्रमुख शहरों की बात करें तो पिछले ढाई महीने के दौरान उत्तर प्रदेश के कानपुर में सरिये का रेट सबसे तेजी से कम हुआ है. पिछले 02 महीने के दौरान कानपुर में सरिया के भाव में 5,800 रुपये प्रति टन की गिरावट आई है. हालांकि बीते दो सप्ताह के दौरान कानपुर में इसका भाव 1000 रुपये ऊपर चढ़ा है. अभी देश में सबसे सस्ता सरिया पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर और कोलकाता में मिल रहा है, जहां इसका ताजा रेट 50,000 रुपये प्रति टन है. देखें प्रमुख शहरों में क्या है सरिये का भाव... सभी कीमतें रुपये प्रति टन में हैं. इन कीमतों पर अलग से 18 फीसदी की दर से जीएसटी (GST) भी लगेगा.
| शहर (राज्य) | 15 जुलाई | 15 सितंबर | 27 सितंबर |
| दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) | 51,500 | 50,000 | 50,000 |
| कोलकाता (पश्चिम बंगाल) | 52,000 | 50,000 | 50,000 |
| रायगढ़ (छत्तीसगढ़) | 55,200 | 51,300 | 51,700 |
| राउरकेला (ओडिशा) | 56,200 | 52,300 | 52,700 |
| नागपुर (महाराष्ट्र) | 56,000 | 52,000 | 52,200 |
| हैदराबाद (तेलंगाना) | 58,000 | 53,000 | 52,500 |
| जयपुर (राजस्थान) | 58,000 | 53,800 | 53,800 |
| भावनगर (गुजरात) | 58,000 | 54,100 | 54,100 |
| मुजफ्फरनगर (UP) | 57,800 | 53,200 | 52,000 |
| गाजियाबाद (UP) | 58,200 | 53,300 | 53,300 |
| इंदौर (मध्य प्रदेश) | 56,500 | 54,500 | 54,700 |
| गोवा | 57,600 | 54,000 | 53,500 |
| जालना (महाराष्ट्र) | 56,500 | 54,300 | 54,800 |
| मंडी गोविंदगढ़ (पंजाब) | 59,700 | 55,400 | 55,000 |
| चेन्नई (तमिलनाडु) | 59,700 | 55,300 | 55,000 |
| दिल्ली | 58,800 | 55,900 | 54,000 |
| मुंबई (महाराष्ट्र) | 58,700 | 54,300 | 54,200 |
| कानपुर (उत्तर प्रदेश) | 61,800 | 55,000 | 56,000 |
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