क्या आपको पटना का सबसे अमीर शख्स कौन है? अधिकतर लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होगी. पटना बिहार की राजधानी है, राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है, वैसे अभी तक आपने सुना होगा कि देश में सबसे अमीर कौन है, दुनिया में सबसे अमीर कौन है? लेकिन आज हम आपको बताएंगे, कि पटना में सबसे अमीर कौन है, और उनका क्या कारोबार है, जिससे वो सबसे ज्यादा संपत्ति के मालिक हैं.
पटना के सबसे अमीर शख्स का नाम रविंद्र किशोर सिन्हा है, इन्हें आरके सिन्हा के नाम से जाना जाता है, फिलहाल आरके सिन्हा की नेटवर्थ करीब 8400 करोड़ रुपये आंकी गई है. दरअसल, आपने भी तमाम ऑफिस या मॉल के बाहर नीले कलर के ड्रेस पहने सिक्योरिटी गार्ड को देखा होगा? ये सिक्योरिटी गार्ड भारत की सबसे बड़ी निजी सुरक्षा प्रदाता फर्म सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (SIS) के कर्मचारी होते हैं, जिसकी शुरुआत रविंद्र किशोर सिन्हा ने की थी. उन्होंने इस कंपनी की शुरुआत दो कमरे से की थी, लेकिन आज ये 1200 करोड़ रुपये से ज्यादा का एंपायर बन चुका है.
आरके सिन्हा ने 1974 में पटना में इस कंपनी की नींव रखी थी. फोर्ब्स की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, आरके सिन्हा की मौजूदा नेटवर्थ (RK Sinha Net Worth) 8400 करोड़ (1 बिलियन डॉलर) रुपये है.
जर्नलिस्ट के तौर पर किया काम
पटना के एक मिडिल क्लास फैमिली में पैदा हुए आरके सिन्हा ने 1971 में पॉलिटिकल साइंस में डिग्री हासिल की. परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के उद्देश्य से उन्होंने एक प्रकाशन में ट्रेनी के पद पर रिपोर्टर की नौकरी की. उसी दौरान भारत-पाकिस्तान युद्ध शुरू हो गया. इस दौरान उनकी बिहार रेजिमेंट के सैनिकों के साथ दोस्ती हुई. युद्ध समाप्त होने के बाद वे 1973 में हुए जेपी आंदोलन में शामिल हो गए. जिस कारण उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया.
फिर शुरू की सिक्योरिटी कंपनी
नौकरी जाने के बाद उनके लिए आर्थिक तौर पर गुजारा करने के लिए सिर्फ 2 महीने का वेतन 250 रुपये था, जो प्रकाशन कंपनी ने दिया था. वे सोच नहीं पा रहे थे कि अब आगे क्या करूं. उस दौरान वे अपने एक दोस्त से मिले, जिसका कंस्ट्रक्शन का बिजनेस था. उसने बताया कि उसे प्रोजेक्स साइट की सुरक्षा के लिए पूर्व सैनिकों की तलाश है. जब सिन्हा ने युद्ध के समय बिहार रेजिमेंट के सैनिकों से दोस्ती के बारे में बताया तो दोस्त ने उन्हें एक सिक्योरिटी कंपनी बनाने की सलाह दी.
फिर आरके सिन्हा ने पूर्व सैनिकों से संपर्क किया. उनमें से बहुत से काम रिटायरमेंट के बाद काम की तलाश में थे. फरवरी 1974 में पटना में दो कमरों के गैराज में SIS की स्थापना की. उन्होंने बिहार रेजिमेंट में अपने संपर्कों से मुलाकात की और रिटायरर्ड कर्मियों की डिटेल ली और काम करने के लिए राजी की. एसआईएस की स्थापना के एक साल के भीतर ही कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 250-300 हो गई और टर्नओवर 1 लाख रुपये पार कर गया.
कंपनी को ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा रेवेन्यू
आरके सिंह की कंपनी भारत के अलावा आस्ट्रेलिया समेत कई देशों में सेवाएं दे रही है. SIS को सबसे ज्यादा रेवेन्यू आस्ट्रेलिया से मिलता है. SIS ने कैश लॉजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइड करने के लिए स्पेन की प्रोसेगुर के साथ एक संयुक्त कारोबार शुरू किया है. आरके सिन्हा न केवल एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन हैं, बल्कि वे एक राजनेता भी हैं. सिन्हा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं.
कंपनी का रेवेन्यू 12000 करोड़ से ज्यादा
पिछले साल आरके सिन्हा ने बताया था कि उनकी कंपनी में 284000 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं. SIS ग्रुप का वित्तीय वर्ष 2024 में कंपनी का रेवेन्यू (SIS Revenue in FY24) 12261 करोड़ रुपये पहुंच गया और एबिटा 585 करोड़ रुपये हो गया है.
मेटल किंग अनिल अग्रवाल भी पटना से
पटना में अमीरों की लिस्ट आर के सिन्हा के अलावा मेटल किंग के नाम से मशहूर अनिल अग्रवाल भी हैं. अनिल अग्रवाल की संपत्ति आर के सिन्हा से भी ज्यादा है. अनिल अग्रवाल ने अपनी शुरुआत कबाड़ के व्यापार से की थी और आज वे Vedanta Resources के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, जो लंदन में स्थित एक प्रमुख माइनिंग और मेटल्स कंपनी है. उनकी कुल संपत्ति 16 से 17 हजार करोड़ रुपये के बीच आंकी गई है.
आजतक बिजनेस डेस्क