भारत सहित कई देशों में टिड्डियों का आतंक है. टिड्डियों की वजह से दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिय गया है. तेलंगाना, ओडिशा और कर्नाटक में भी खतरा है. सरकार टिड्डियों से निपटने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी है.
दरअसल UN ने चेतावनी दी है कि टिड्डियों के दल जुलाई में दोबारा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में लौट सकते हैं. टिड्डियों पर कंट्रोल के लिए लगातार सरकार की बैठकें चल रही हैं. बैठक में जरूरी केमिकल सप्लाई की समीक्षा की गई.
टिड्डियों की वजह से केमिकल की मांग में बढ़ोतरी
टिड्डियों से बचाव के लिए इस्तेमाल होने वाले केमिकल की मांग बढ़ गई है. टिड्डियों के लिए केमिकल बनाने वाली सरकारी कंपनी HIL ने अपनी प्रोडक्शन में बढ़ोतरी कर दी है. देशभर में सप्लाई के साथ-साथ ईरान और अमेरिका से भी कंपनी के पास ऑर्डर है. डिमांड बढ़ने से एग्री केमिकल की कीमतों में बढ़त देखने को मिल रही है.
इसे पढ़ें: भारत-अमेरिका में अगले कुछ ही हफ्तों में हो सकती है छोटी ट्रेड डील! राजदूत को उम्मीद
HIL के शेयरों में एकतरफा रैली
डिमांड को बढ़ोतरी के मद्देनजर HILने केमिकल का प्रोडक्शन में इजाफा कर दिया है. इस बीच कंपनी के शेयर में भी उछाल देखने को मिल रहा है. कारोबार के आखिरी दिन शुक्रवार को HIL के शेयर करीब 10 फीसद बढ़कर बंद हुआ. वहीं पिछले 5 दिनों में करीब 20 फीसद शेयर उछला है.
इसे भी पढ़ें: टिड्डियों के आतंक से धर्मेंद्र भी हुए थे परेशान, वीडियो शेयर करके बोले- रहें सावधान
मालूम हो कि HIL सरकारी क्षेत्र की कंपनी है जो Pesticide बनाती है. HIL टिड्डियों को मारने के केमिकल MALATHION का प्रोडक्शन करती है. जानकार आशंका जता रहे हैं कि टिड्डियों के हमले से वित्तवर्ष 2021 में फसलों को नुकसान संभव है. राहत की बात यह है कि फिलहाल खेतों में कोई खड़ी फसल नहीं है.
aajtak.in