HDFC बैंक ने दिया तोहफा... इतना सस्ता हो गया लोन, आज से ही लागू

HDFC Loan Rate: एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में 30 बेसिस पॉइंट्स तक (0.05% से 0.30%) तक की कटौती की घोषणा की है. यह बदलाव होम लोन, ऑटो लोन और अन्य ऋणों की ब्याज दरों को प्रभावित करेगा.

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आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 07 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 6:25 PM IST

देश के सबसे बड़े बैंक ने अपनों ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है. अगर आपने HDFC बैंक से होम लोन (Home Loan) लिया है तो आपको बड़ी राहत मिल सकती है. बैंक ने ब्याज दरों में कटौती कर दी है, ये कटौती आज से लागू है.

दरअसल, भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर का बैंक एचडीएफसी ने अपनी एमसीएलआर (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट- MCLR) दरों में कटौती कर दी है, जिससे अब आपकी होम लोम की EMI घटने वाली है. बैंक ने बताया कि नई ब्याज दरें विभिन्न अवधि की ऋण दरों पर लागू होगी. 

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एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में 30 बेसिस पॉइंट्स तक (0.05% से 0.30%) तक की कटौती की घोषणा की है. यह बदलाव होम लोन, ऑटो लोन और अन्य ऋणों की ब्याज दरों को प्रभावित करेगा, नई दरें 7 जुलाई 2025 से प्रभावी हैं.

एचडीएफसी बैंक ने विभिन्न अवधियों के लिए एमसीएलआर दरों में निम्नलिखित बदलाव किए हैं:

1 साल की MCLR: पहले 9.10% थी, अब घटकर 8.80% हो गई है (30 बेसिस पॉइंट की कटौती)
6 महीने की MCLR: पहले 8.95% थी, अब 8.75% (20 बेसिस पॉइंट की कमी)
3 महीने की MCLR: पहले 8.70% थी, अब 8.65% (5 बेसिस पॉइंट की कमी)
1 महीने की MCLR: पहले 8.60% थी, अब 8.55% (5 बेसिस पॉइंट की कमी)

होम लोन और अन्य लोन पर असर
बता दें, होम लोन आमतौर पर 1 साल की एमसीएलआर से जुड़े होते हैं, इस कटौती का सबसे अधिक प्रभाव होम लोन ग्राहक पर पड़ेगा. यही नहीं, कम ब्याज दरों के कारण होम लोन अब अधिक किफायती होंगे. ऑटो लोन और पर्सनल लोन जैसी अन्य उधार सुविधाओं की लागत भी कम हो सकती है.

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हालांकि जो लोग होम लोन ले चुके हैं, और लोन फ्लोटिंग रेट पर है, उनकी मासिक ईएमआई में कमी आ सकती है. 50 लाख रुपये के होम लोन पर 0.30% की कटौती से मंथली EMI में 1500-2000 रुपये तक की बचत हो सकती है, जो लोन की अवधि पर निर्भर करता है.

इसका क्या मतलब है?
यह कटौती लोन ग्राहकों के लिए सकारात्मक है, क्योंकि MCLR ऋण लेने की लागत को कम करती है. यह कदम अर्थव्यवस्था में तरलता बढ़ाने और उपभोक्ता खर्च को प्रोत्साहित करने का संकेत हो सकता है, हालांकि, जिनके लोन रेपो रेट से जुड़े हुए हैं, उन्हें इस कटौती का लाभ नहीं मिलेगा. 

अगर आप लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो यह अनुकूल समय हो सकता है, विशेषज्ञों का कहना है कि यह कटौती ग्राहकों को मामूली राहत दे सकती है. लेकिन ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव और लोन की शर्तों के आधार पर वास्तविक बचत अलग-अलग हो सकती है.

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