कर्नाटक का IMA घोटाला: कांग्रेस MLA ने 400 करोड़ दबाए! जनता से 2000 करोड़ की ठगी

कर्नाटक सरकार ने आईएमए ज्वेल्स की जालसाजी की जांच के लिए 11 सदस्यीय विशेष जांच टीम का गठन किया है. कंपनी के पोंजी स्कीम में हजारों लोगों ने निवेश किया था और करीब 38,000 लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत की है. इस केस को सीबीआई को सौंपने की मांग करते हुए 18 लोगों ने हाईकोर्ट का भी शरण लिया है.

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ठगी करने वाली कंपनी आईएमए का मुख्यालय ठगी करने वाली कंपनी आईएमए का मुख्यालय

दिनेश अग्रहरि

  • नई दिल्ली,
  • 19 जून 2019,
  • अपडेटेड 11:38 AM IST

कर्नाटक की एक कंपनी आईएमए ज्वेल्स ने निवेशकों को भारी रिटर्न का लालच देकर करीब 2000 करोड़ रुपए जुटाए और अब इसका संस्थापक फरार है. वहीं आईएमए ज्वेल्स के फरार संस्थापक के कथित वायरल ऑडियो क्लिप में मंसूर खान का कहना है कि कांग्रेस विधायक रोशन बेग ने उनसे 400 करोड़ रुपये टिकट दिलाने के नाम पर लिए और टिकट भी नहीं दिला पाए. अब वह पैसा वापस नहीं कर रहे जिसकी वजह से उन्हें भारी घाटा हुआ है.

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कांग्रेस ने कर्नाटक के शिवाजी नगर से विधायक रोशन बेग को पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया है. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के बयान के मुताबिक रोशन बेग को 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' के लिए निलंबित किया गया है. हालांकि बेग ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया था.

कर्नाटक सरकार ने आईएमए ज्वेल्स की जालसाजी की जांच के लिए 11 सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है. कंपनी के पोंजी स्कीम में हजारों लोगों ने निवेश किया था और करीब 38,000 लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत की है. इस केस को सीबीआई को सौंपने की मांग करते हुए 18 लोगों ने हाईकोर्ट का भी शरण लिया है. कंपनी के करीब 200 कर्मचारी भी धोखाधड़ी का शिकार हुए है, जो अब बेरोजगार हो गए हैं. खान की कंपनियों के कई डायरेक्टर्स को गिरफ्तार किया गया है. उसके स्टोर से ज्यादातर ज्वैलरी गायब हैं. इस मामले में कांग्रेस मंत्री आरवी देशपांडे का भी नाम जोड़ा जा रहा है.

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इस्लामि‍क बैंकिंग के नाम पर ठगी

इस स्कीम में कर्नाटक के अलावा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु के कई निवेशकों ने भी पैसा लगाया है. आई मॉनिटरी एडवाइजरी (आईएमए) असल में एक इस्लामी बैंकिंग और हलाल निवेश फर्म है जो शरिया के मुताबिक जायज निवेश और उस पर रिटर्न दिलाने का दावा करता है. इसलिए आईएमए ज्वेल्स में खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में निवेश किया है. आईएमए ने अपनी स्कीम में 14 से 18 फीसदी के भारी रिटर्न का वादा किया था, जिसके लालच में हजारों निवेशक फंस गए. इस तरह कंपनी ने करीब 2000 करोड़ रुपये जुटा लिए.

यह एक पोंजी स्कीम की तरह चल रहा था. पिछले तीन महीने से कंपनी निवेशकों को रिटर्न नहीं दे रही है. निवेशक अपना धन वापस देने की मांग करते हुए इसके मुख्यालय के बाहर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.

ऐसे हुआ ठगी का खुलासा

इस मामले का खुलासा 10 जून को हुआ, जब आईएमए के संस्थापक-प्रमोटर मोहम्मद मंसूर खान का एक कथि‍त ऑडियो क्लिप वायरल हुआ जिसमें वह आत्महत्या करने की धमकी दे रहे हैं. इसमें वह कहते हैं कि वह नेताओं और अफसरों को रिश्वत देते-देते थक गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि शिवाजी नगर के कांग्रेस विधायक रोशन बेग ने उनसे 400 करोड़ रुपये ले लिए और वापस नहीं लौटा रहे. उनके और उनके परिवार की जान-माल को खतरा है. इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद से ही मंसूर खान फरार हैं. उनके देश से बाहर जाने की भी आशंका जताई जा रही है.

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मंसूर खान के साथ राज्य के कई बड़े मुस्लिम नेता अक्सर कार्यक्रमों में देखे जाते थे. हालांकि रोशन बेग लगातार इस बात का खंडन करते कर रहे हैं कि आईएमए से उन्होंने कोई लेनदेन किया है और उनका कहना है कि यह ऑडियो क्लिप उनकी छवि को खराब करने के लिए है.

चुनाव का कुछ तो है कनेक्शन

एक निवेशक ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि उसने पिछले साल इस स्कीम में 25 लाख रुपये लगाए थे और उसे नौ महीने तक रिटर्न भी मिला. लेकिन जब विधानसभा चुनाव अभियान शुरू हुआ तो उससे कहा गया कि अभी पैसा फंस गया है और दो महीने तक रिटर्न के लिए इंतजार करना पड़ेगा. मंसूर खान के पार्टनर ने भी 1.3 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की है.

राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से देखा जा रहा है और पुलिस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. इस मामले की जांच सेंट्रल क्राइम ब्रान्च के द्वारा किया जा रहा है.

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