बुधवार को भारतीय बाजार के गोता लगाने के बावजूद सुजलॉन एनर्जी के शेयर में 5 फीसदी का अपर सर्किट लग गाया और ये 60.72 रुपये पर पहुंच गया साथ ही सुजलॉन एनर्जी का मार्केट कैप 82,700 करोड़ रुपये हो गया है. कंपनी के शेयर बाजार में निरंतर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले एक साल में कंपनी के परफॉर्मेंस पर नजर डालें तो सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में 203.60 फीसदी का बंपर उछाल आया है.
दरअसल 2010 के बाद ये पहला मौका है जब सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने 60 रुपये का आंकड़ा छुआ है. बता दें कि बुधवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई और ये दोपहर दो बजे तक 604 अंकों की गिरावट के साथ 79,827.78 पर आ गया था.
कंपनी को बंपर मुनाफा
इस हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को जारी आंकड़े से पता चला कि जून 2024 की तिमाही में सुजलॉन एनर्जी को 300 करोड़ का मुनाफा हुआ है, ये सालाना आधार (YoY) पर 200 फीसदी ज्यादा है. बता दें कि कंपनी राजस्व चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2016 करोड़ रुपये है जो कि सालाना आधार पर 50 फीसदी ज्यादा है. विंड एनर्जी वाली कंपनी सुजलॉन एनर्जी का एबिटा पहली तिमाही ( Q1FY25) में लगभग 86 प्रतिशत बढ़कर 370 करोड़ रुपये हो गया है जो कि पहली तिमाही ( Q1FY24) में 199 करोड़ रुपये था. ये आंकड़े दर्शाते हैं कि कंपनी के एबिटा मार्जिन में तेजी से बढ़ोतरी हुई है और ये 14.8 फीसदी से बढ़कर 18.4 प्रतिशत हो गया है.
निवेशकों को मिला बंपर रिटर्न
सुजलॉन एनर्जी ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है, बीते 15 महीने में कंपनी ने बाजार में अच्छा प्रदर्शन किया है और इसके शेयरों ने धमाल मचा दिया है. 15 महीने में सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में लगभग 675 फीसदी का उछाल आया है. साल 2024 के आंकड़े बता रहे हैं कि कंपनी के शेयरों 57.71 फीसदी का उछाल आया है.
शेयरों में रहेगी तेजी
मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) ने कहा कि सुजलॉन एनर्जी के शेयरों उछाल अभी जारी रहेगा. मॉर्गन स्टेनली ने सुजलॉन एनर्जी का टार्गेट प्राइस 58.5 प्रति शेयर रखा था, उसको कंपनी ने पीछे छोड़ दिया है. वहीं ग्लोबल ब्रोकरेज ने कहा कि सुजलॉन एनर्जी के ऊर्जा उत्पादन भी अनुमान से ज्यादा किया है. कंपनी का अनुमानित लक्ष्य 250 मेगावाट था जबकि कंपनी ने 274 मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन किया है.
मिला बंपर ऑर्डर
आनंद राठी ने कहा कि हमने सुजलॉन एनर्जी के दमन (Daman) प्लांट का दौरा किया, जो वाइंड टरबाइनों का नैक्लेस बनाती है. 2004 में शुरू हुए इस प्लांट ने वैश्विक स्तर पर की गई 20 गिगावाट आपूर्ति में टर्बाइनों ने 60 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया है. वित्त वर्ष 2027 तक भारत की विंड क्षमता 8 से 9 गिगावाट तक बढ़ जाएगी. कंपनी ने तिमाही में 274 मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन कर के 7 सालों में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है. इसके अलावा सुजलॉन एनर्जी को 3.8 गिगावाट का आर्डर मिला है जो कि अब तक का सबसे ज्यादा है.
सुजलॉन का दुनिया के 17 देशों में 20.8 गीगावॉट क्षमता की विंड एनर्जी प्लांट है. सुजलॉन एनर्जी का पुणे में मुख्यालय. सुजलॉन एनर्जी एक एकीकृत संगठन है और इसका जर्मनी, नीदरलैंड, डेनमार्क और भारत में घरेलू अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) केंद्र हैं.
कंपनी पर जुर्माना
बता दें कि एक एक्सचेंज फाइलिंग में मंगलवार को सुजलॉन एनर्जी ने कहा कि वो 10 सितंबर को अपनी 29वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) की मेजबानी करेगी. इसके अलावा एक दूसरे एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि जीएसटी विभाग ने कंपनी पर जुर्माना लगाने का प्रस्ताव दिया है, सेंट्रल जीएसटी गुजरात ऑडिट सर्कल 3 के अधीक्षक ने 23 जुलाई, 2024 को विलंबित लाभ उपलब्धता के संबंध में कंपनी पर 2,84,595 रुपये का जुर्माना लगाया है.
(नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)
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