BSE Stock: 3 महीने में 136% रिटर्न... अब हर दिन टूट रहा BSE का शेयर, एक्‍सपर्ट ने कहा बेच दें!

इस बीच BSE का शेयर भी गिरावट पर कारोबार करते हुए दिखाई दिया. पिछले तीन कारोबारी दिन से इस शेयर में दबाव दिखाई दे रहा है. घरेलू ब्रोकरेज फर्म वेंचुरा सिक्योरिटीज ने अपने हालिया नोट में BSE लिमिटेड को शॉर्ट करने का सुझाव दिया है.

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बीएसई शेयर में गिरावट बीएसई शेयर में गिरावट

आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्‍ली,
  • 14 जून 2025,
  • अपडेटेड 8:38 AM IST

शेयर बाजार में शुक्रवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली. इजरायल का ईरान पर हमले के बाद बाजार खुलते ही Sensex 1300 अंक और निफ्टी 400 अंक से ज्‍यादा गिर गए. हालांकि मार्केट बंद होने तक सेंसेक्‍स 573 अंक गिरकर 81118 और निफ्टी 169 अंक टूटकर 24718 पर क्‍लोज हुआ. बैंक निफ्टी में भी 555 अंक की गिरावट देखने को मिली. 

इस बीच BSE का शेयर भी गिरावट पर कारोबार करते हुए दिखाई दिया. पिछले तीन कारोबारी दिन से इस शेयर में दबाव दिखाई दे रहा है. घरेलू ब्रोकरेज फर्म वेंचुरा सिक्योरिटीज ने अपने हालिया नोट में BSE लिमिटेड को शॉर्ट करने का सुझाव दिया है. ये पिछले तीन दिनों में ही 10 फीसदी टूटा है, लेकिन ब्रोकरेज को अभी इसमें बड़ी गिरावट की उम्‍मीद लग रही है. 

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2 बोनस शेयर दिया था 
मई 2025 में BSE के शेयरों ने 2:1 के अनुपात में एक्स-बोनस कारोबार किया था. मंगलवार, 10 जून को शेयर ने 3,030 रुपये पर अपना 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर छुआ था और शुक्रवार को 2,722 रुपये पर बंद हुआ था, जिसका कुल बाजार पूंजीकरण 1.10 लाख करोड़ रुपये था. इस गिरावट के बावजूद, शेयर ने पिछले एक साल में निवेशकों की संपत्ति को तीन गुना बढ़ा दिया है. 

वेंचुरा सिक्योरिटीज ने बताया कि सप्ताह के लिए ऑप्शन प्रीमियम वॉल्यूम 10,824 करोड़ रुपये रहा, जो अप्रैल-मई के औसत 15,865 करोड़ रुपये से काफी कम है. यह गिरावट सेबी द्वारा हेज फंड्स पर चल रही कार्रवाई से जुड़ी हुई प्रतीत होती है, जिसने सट्टा और उच्च-मात्रा वाली ट्रेडिंग गतिविधि को प्रभावित किया है. 

एक्‍सपर्ट ने बताई गिरावट की पांच वजह 
वेंचुरा सिक्योरिटीज ने शेयर बेचने को लेकर 5 कारण बताए हैं. 

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  • सेबी द्वारा जेन स्ट्रीट के पिछले 3 सालों के डेरिवेटिव ट्रेडों की जांच की घोषणा के बाद, BSE को ASM फ्रेमवर्क के तहत रखा गया है, जिसके परिणामस्वरूप 45 दिनों की लगातार तेजी के बाद स्टॉक में 4 प्रतिशत की गिरावट आई है.
  • सभी एक्सचेंजों में डेरिवेटिव प्रीमियम वॉल्यूम में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है. BSE के डेरिवेटिव प्रीमियम वॉल्यूम के मामले में, यह अप्रैल-मई के औसत से काफी कम है.
  • इसने बीएसई समेत कई प्लेटफार्म्‍स पर सट्टा और उच्च मात्रा वाली ट्रेडिंग गतिविधि को प्रभावित किया है. हम उम्मीद कर सकते हैं कि एएसएम ढांचे में शामिल होने के बीच बीएसई में गिरावट जारी रहेगी. 
  • चार्ट के अनुसार, स्टॉक ऊपर की ओर बढ़ रहा है, जो 1.618 फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर से ऊपर बढ़ा हुआ था. घटती मात्रा से संकेत मिलता है कि अपट्रेंड में ज्‍यादा बढ़ोतरी टिकाऊ नहीं है और इसमें सुधार हो सकता है. 
  • बुनियादी तौर पर 1 साल के फॉरवर्ड P/E 71.9 गुना पर भी BSE 2,373 रुपये पर कारोबार करेगा, जो शुक्रवार के बंद भाव से 12.8 प्रतिशत कम है. 

3 महीने में 136% रिटर्न 
बीएसई का शेयर ने 3 महीने में 136 फीसदी चढ़ा है. 11 मार्च को यह शेयर 1269 रुपये पर था, जो 10 जून को अपने रिकॉर्ड हाई 3,030 रुपये पर पहुंच गया. YTD में यह शेयर 50 फीसदी और 6 महीने में 44 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसके अलावा, 1 महीने में इस शेयर 11 फीसदी की तेजी आई है. 

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(नोट- यहां बताए गए अलग-अलग कंपनियों के शेयरों के टारगेट ब्रोकरेज फर्म्स की राय है. aajtak.in इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता. किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)

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