बजट को फोर्स मल्टीप्लायर क्यों बता रहे हैं पीएम मोदी? सिद्धार्थ जराबी ने समझाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय बजट को फोर्स मल्टीप्लायर बजट बताया है. पीएम के फोर्स मल्टीप्लायर के बारे में जानकारी देते हुए सिद्धार्थ जराबी ने कहा कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, आने वाले कुछ सालों में हमें इस नतीजे पता चलेंगे. 

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Budget 2025. Budget 2025.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 3:53 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय बजट को फोर्स मल्टीप्लायर बजट बताया है. पीएम ने कहा कि ये बजट सेविंग्स, इवेटमेंट्स, कंजप्शन और ग्रोथ रेट को भी बढ़ेगा. पीएम की इन बातों के बारे में जानकारी देते हुए बिजनेस टुडे के मैनेजिंग डायरेक्टर सिद्धार्थ जराबी ने कहा कि साल 2019 में सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स कर किया था तो सरकार को उम्मीद थी कि बहुत बड़ा निवेश होगा, निजी क्षेत्र में कंपनियां और जॉब्स पैदा होंगी. 

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उन्होंने कहा, एक चीज हमें ये समझनी होगी कि अगर सरकार एक हाथ टैक्स कट देती है तो दूसरे हाथ से उन्हें वापस भी लेती है. मान लीजिए लोग अगर इस पैसे को जाकर बाजार में खर्च करेंगे तो वो इंडायरेक्ट टैक्स भी देंगे, क्योंकि नए टैक्स रिजीम में जो लोग आते हैं. वह बाजार में कुछ भी खरीदेंगे तो उन्हें जीएसटी भी देना होगा.

'हर सिक्के के होते हैं दो पहलू'

उन्होंने आगे कहा कि आज 2025 में सरकार के इस कदम से कुछ-न-कुछ संकेत जरूर जाते हैं कि सरकार के द्वारा कंजप्शन को बूस्ट किया जाएगा, पर इसके इंपैक्ट मार्केट से जरूर मिल रहे हैं. आज इंश्योरेंस के शेयर में कटौती दिखी है. कारण ये है लोगों में शंका पैदा हो रही है. जो लोग सेविंग के नाते इंश्योरेंस खरीदते थे. टैक्स भरने के नाते, क्या वो अब इसको खरीद कम कर देंगे. दूसरा अफोर्डिंग हाउसिंग, जब कोई पहली बार अपना घर खरीदता है तो उसे लोग पुरानी रिजिम पर मिलता है. हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, आने वाले कुछ सालों में हमें इस नतीजे पता चलेंगे.

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वहीं, जब उनके बाजार के गिरावट की बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि देखिए, सरकार ने आज वादा किया है कि लगभग 50 लाख 65 हजार करोड़ रुपये का खर्चा अगले साल करेंगे. आप भारत की वित्तीय स्थिति देखिए, जो केंद्र सरकार है. लगभग 25.5 प्रतिशत का खर्चे का सिर्फ ब्याज देने पर जाएगा. और आज ये स्थिति है कि जो हमारा एजुकेशन बजट है. उसके दस गुना खर्चा, बाकी ऐसे हैड्स पर करना पड़ रहा है सरकार को. इस लिए जो वित्तीय घाटा है हमारा, उस पर हमें नजर रखनी होगी. सरकार ने पिछले कई साल से ये क्लियर किया है कि हम अपना फिजिकल डिफिसिट नहीं बढ़ने देंगे.

'बचत, निवेश, उपभोग और विकास को बढ़ाएगा बजट'

बजट के बाद पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि मैं जन-केंद्रित बजट लाने के लिए निर्मला सीतारमण और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं. ये बजट, देश के नागरिकों की जेब कैसे भरेगा, देश के नागरिकों की बचत कैसे बढ़ेगी और देश के नागरिक विकास के हिस्सेदार कैसे बनेंगे... ये बजट इसकी एक बहुत मजबूत नींव रखता है. आज भारत के विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है. ये 140 करोड़ भारतीयों के आकांक्षाओं का बजट है, ये हर भारतीय के सपनों को पूरा करने वाला बजट है. हमने कई सेक्टर युवाओं के लिए खोल दिए हैं. ये विकसित भारत ​के मिशन को ड्राइव करने वाला है, ये बजट Force Multiplier है. यह हम लोगों के सपनों को पूरा करने वाला बजट है. हमने युवाओं के लिए कई सेक्टर खोले हैं. विकसित भारत के मिशन को आम नागरिक चलाने जा रहे हैं. यह बजट शक्ति बढ़ाने वाला है. यह बजट बचत, निवेश, उपभोग और विकास को बढ़ाएगा.

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