बजट (Union Budget 2024) के दिन शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल मचा रहा. कभी शेयर बाजार (Stock Market) चढ़ा तो कभी भारी गिरावट आई. हालांकि एक समय ऐसा भी था, जब लगा कि शेयर बाजार में भारी गिरावट हावी हो जाएगी और निवेशकों को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा. उस समय Nifty करीब 500 अंक टूट गया था, जबकि Sensex 1200 अंक से ज्यादा धराशायी हुआ. यह गिरावट तब आई थी, जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैपिटल गेन टैक्स में बढ़ोतरी का ऐलान किया था.
वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (LTCG) को बढ़ाकर 10 प्रतिशत से 12.50 प्रतिशत कर दिया. साथ ही शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स कुछ चुनिंदा एसेट के लिए 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का ऐलान किया. यह एक ऐलान करते ही शेयर बाजार में भारी गिरावट आ गई और देखते ही देखते सेंसेक्स, निफ्टी 50 और बैंक निफ्टी में भारी गिरावाट आई. हालांकि ये गिरावट थोड़ी ही देर के लिए रही और बाद में बाजार संभल गया.
बजट में कैपिटल गेन पर झटके के साथ राहत भी
Union Budget 2024 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैपिटल गेन टैक्स बढ़ाने के साथ ही बड़ी राहत का भी ऐलान किया. उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा कि अगर कोई सालाना 1.25 लाख रुपये कैपिटल गेन से प्रॉफिट करता है तो उसे एक भी रुपये कैपिटल गेन टैक्स देने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सालाना इससे ज्यादा कमाई करने पर 12.50 प्रतिशत का टैक्स देना होगा. पहले यह अमाउंट 1 लाख रुपये था.
क्या इस वजह से कल संभला शेयर बाजार
शायद यह एक ऐलान हो सकता है जिसने बाजार का सेंटिमेंट बदल दिया और बाजार रिकवरी मोड में आ गया. गिरावट के बाद रिटेल से लेकर बड़े इन्वेस्टर्स ने खूब खरीदारी की. जिस कारण शेयर बाजार में हरियाली देखने को मिली. बता दें बजट से एक दिन पहले विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में भारतीय शेयर बाजार में 3444 करोड़ रुपये की खरीदारी की थी.
क्या आज आएगी धुंआधार तेजी?
23 जुलाई को बेंचमार्क सेंसेक्स 73 अंक या 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,429.04 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 30 अंक या 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,479.05 पर बंद हुआ. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बजट में लोकलुभावना पर कम फोकस करते हुए राजकोषीय घाटे के टारगेट को कम कर दिया गया है. वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि वित्त वर्ष 2025 में देश का राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 प्रतिशत हो सकता है, जो पहले 5.1 फीसदी का टारगेट था. वहीं एग्रीकल्चर, इंफ्रा और ग्रामीण पर बजटीय खर्च को करीब समान रखा गया है. साथ ही इकोनॉमी को समर्थन देने वाले ऐलान हुए हैं. ऐसे में अब शेयर बाजार में खरीदारी ज्यादा हो सकती है. हालांकि कैपिटल गेन टैक्स निवेशकों को थोड़ा डरा सकता है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें.)
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