बिहार चुनाव में अभी तीन महीने बाकी हैं, लेकिन सभी दल शक्ति प्रदर्शन में जुटे हैं. एनडीए को दलित वोटों को लेकर चिराग पासवान और जीतन राम माझी के बीच चल रही खींचतान पर ध्यान देना जरूरी है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान खुद को दलित समाज का पहरेदार बताते हैं. उनका कहना है कि वह और उनकी पार्टी वंचित वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग से आने वाले लोगों के लिए पहरेदार की भूमिका में हैं.