पटना के अस्पताल में यूट्यूबर मनीष कश्यप की पिटाई, जूनियर डॉक्टरों पर 3 घंटे बंधक बनाकर रखने का आरोप

यूट्यूबर और पूर्व भाजपा नेता मनीष कश्यप की पटना मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों ने बुरी तरह पिटाई कर दी. रिपोर्ट के मुताबिक मनीष कश्यप एक महिला जूनियर डॉक्टर से उलझ गए थे जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया. जूनियर डॉक्टरों ने मनीष कश्यप को तकरीबन 3 घंटे तक बंधक बना लिया. आरोप है कि इस दौरान उसकी जमकर पिटाई भी की.

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पटना में यूट्यूबर मनीष कश्यप की पिटाई पटना में यूट्यूबर मनीष कश्यप की पिटाई

रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 19 मई 2025,
  • अपडेटेड 10:38 PM IST

मशहूर यूट्यूबर और पूर्व भाजपा नेता मनीष कश्यप की सोमवार को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों के साथ कहासुनी हुई जिसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने उन्हें एक कमरे में बंधक बनाकर जमकर धुनाई कर दी.

PMCH में मनीष कश्यप की पिटाई

जानकारी के मुताबिक मनीष कश्यप सोमवार दोपहर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किसी मरीज की पैरवी करने के लिए पहुंचे थे और इस दौरान वह वहां पर काम करने वाली एक महिला जूनियर डॉक्टर के साथ उलझ गए. इसके बाद मामला तूल पकड़ने लगा. बताया जा रहा है कि इसी दौरान मनीष कश्यप इस पूरे मामले को लेकर अस्पताल प्रांगण में वीडियो बनाने लगे जिसके बाद जूनियर डॉक्टर भड़क गए.

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जूनियर डॉक्टरों ने तीन घंटों तक बनाया बंधक

इसके बाद महिला जूनियर डॉक्टर के साथ मनीष कश्यप की कहासुनी का मामला बिगड़ता ही चला गया और फिर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने मनीष कश्यप को तकरीबन 3 घंटे तक एक कमरे में बंधक बना लिया. आरोप है कि इस दौरान उसकी जमकर पिटाई भी की.

खबरों के मुताबिक मनीष कश्यप को इस दौरान चोट भी आई है. बताया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टर इस बात को लेकर काफी नाराज थे कि जिस तरीके से मनीष कश्यप ने महिला जूनियर डॉक्टर के साथ अभद्रता की थी.  इसी वजह से यह पूरा हंगामा हुआ.

इसके बाद किसी तरीके से पूरे मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई जिसके बाद पुलिस पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची और फिर किसी तरीके से इस मामले को सुलझाया गया. एक तरफ जहां जूनियर डॉक्टर आरोप लगा रहे हैं कि मनीष कश्यप ने महिला जूनियर डॉक्टर के साथ अभद्रता की वहीं दूसरी तरफ मनीष कश्यप के समर्थकों के तरफ से उन्हें बंधक बनाकर पीटने का आरोप लगाया जा रहा है.

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इस पूरे मामले को लेकर पीरबहोर थाना प्रभारी अब्दुल हलीम ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि इस मामले की जानकारी होने के बाद थाने की पुलिस अस्पताल पहुंची थी इसके बाद बीच बचाव किया गया और दोनों पक्षों ने कहा कि उन्होंने मामले को आपस में सुलझा लिया है. 


 

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