Subsidy on Green Fodder Cultivation: आमदनी का बढ़िया स्रोत होने की वजह से पशुपालन ग्रामीणों के बीच एक लोकप्रिय व्यवसाय बनता जा रहा है. हालांकि, कई किसान पशुओं के चारे को लेकर इतने जागरुक नहीं होते हैं, जिसकी वजह से दुधारू पशुओं में दूध देने की क्षमता धीरे-धीरे कम हो जाती है.
किसानों को मिलेगी अधिकतम एक लाख रुपये की सब्सिडी
दुधारू पशुओं के लिए हरा चारा काफी लाभदायक माना जाता है. कई राज्यों में इसकी खेती भी ठीक-ठाक पैमाने पर होती है. हरियाणा सरकार ने अपने राज्य में हरे चारे की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए हरा चारा बिजाई योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत पशुओं को हरा चारा की खेती करने पर प्रति एकड़ 10 हजार रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है. यह राशि अधिकतम एक लाख रुपये तक हो सकती है. ये सब्सिडी उन्हीं किसानों को दी जाएगी जो हरा चारा उगाकर गौशालाओं को बेचेंगे. इसको लेकर हरियाणा सरकार ने हाल ही में एक ट्वीट भी किया है.
इन किसानों को मिलेगा अनुदान
>लाभार्थी को हरियाणा का निवासी होना चाहिए.
> किसान को अपने खेत में हरे चारे और सूखे चारे की खेती करनी होगी.
>हरा चारा उगाकर गौशालाओं को बेचना होगा.
यहां करें आवेदन
इस योजना का लाभ उठाने के इच्छुक किसान हरियाणा सरकार (Haryana Government) की आधिकारिक वेबसाइट 'मेरी फसल मेरा ब्यौरा'(https://fasal.haryana.gov.in) पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा लें. इस दौरान किसानों के पास आधार कार्ड, किसान का निवास प्रमाण पत्र, किसान का बैंक खाता विवरण या पासबुक की कॉपी, किसान का आधार से लिंक मोबाइल नंबर, किसान का पासपोर्ट साइज फोटो होना अनिवार्य है.रजिस्ट्रेशन के बाद किसान को एक निश्चित समय-सीमा में हरा हरा चारा या सूखा चारा उगाना और गौशालाओं को आपूर्ति करनी होगी.
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