पोल्ट्री फार्मिंग ग्रामीण क्षेत्रों में बेहद लोकप्रिय हो रहा है. बढ़िया आमदनी के लिए किसान बड़ी संख्या में मुर्गी पालन की तरफ रुख कर रहे हैं. सरकार की तरफ से भी किसानों को लगातार इस व्यवसाय को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए सरकार की तरफ से किसानों को सब्सिडी भी दी जाती है.
हालांकि, कई किसान पोल्ट्री फार्मिंग के लिए मुर्गियों का चुनाव करते वक्त चूक कर जाते हैं. ऐसे में वे कम अंडे देने वाली मुर्गियों का चयन कर लेते हैं. अंडों के कम उत्पादन के चलते मुर्गी पालकों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान पहुंचता है. हम आपको मुर्गी की कुछ ऐसी नस्लों के बारे में बता रहे हैं, जिससे आपको बंपर मुनाफा हासिल होगा.
उपकारिक मुर्गी
उपकारिक मुर्गी का वजन 1.2 किलोग्राम से लेकर 1.6 किलोग्राम के बीच होता है. इस नस्ल की मुर्गी सालाना 160 से 180 अंडे देती है. इसकी उप नस्लें हैं कैरी प्रिया लेयर, कैरी सोनाली लेयर और कैरी देवेंद्र. हालांकि इनकी कुछ प्रजातियां साल में 298 अंडे तक देने की क्षमता रखती हैं.
प्लायमाउथ रॉक
पोल्ट्री फार्म में सबसे ज्यादा पाली जाने वाली मुर्गियों में प्लायमाउथ रॉक का भी नाम आता है. मूल रूप से अमेरिकी नस्ल की ये मुर्गी शांत स्वभाव की होती हैं. हालांकि, ये अलग-अलग रंग की होती हैं. प्लायमाउथ रॉक मुर्गी एक साल में 250 अंडे देने की क्षमता रखती है.
ओपिंगटन
ओपिंगटन सबसे खूबसूरत मुर्गी मानी जाती है. यह एक ब्रिटिश नस्ल की मुर्गी है. ये लैवेंडर, सफेद, काले और नीले जैसे विभिन्न रंगों में आती हैं. ये मुर्गी एक साल में तकरीबन 200 अंडे देने की क्षमता रखती है.
झारसी
झारसी झारखंड राज्य के लिए सबसे उपयुक्त मुर्गी की नस्ल है. झारसी मुर्गी का वजन 500 से लेकर 1800 ग्राम तक हो सकता है. ये मुर्गी एक वर्ष में अधिकतम 170 अंडे तक दे सकती है.
प्रतापधानी
प्रतापधानी भूरे रंग के अंडे देती हैं, जिनमें से प्रत्येक का वजन 50 ग्राम होता है. ये सालाना 150 और 160 अंडे से अधिक उत्पादन कर सकती है.
aajtak.in