देश के कई राज्यों में भीषण सर्दी पड़ रही है. पारा गिरने से इंसान से लेकर जानवर तक सब बेहाल हैं. वहीं, फसलों पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है. राजस्थान के धौलपुर में पाले से रबी की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. सबसे ज्यादा नुकसान आलू और सरसों की फसलों को हुआ है. साथ ही गेहूं की फसलों की भी ग्रोथ रूक गई है.
राजस्थान के कई जिलों में भारी शीतलहर से फसलें प्रभावित
धौलपुर में बीती रात न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. खेतों पर सफेद बर्फ की चादर जम गई. कड़ाके की सर्दी ने आमलोगों की दिनचर्या भी प्रभावित कर दिया. इसके अलावा राजस्थान का चूरू तो ठंड और कहर बरपा रही है. पिछले 3 दिनों से चूरू का तापमान माइनस डिग्री में दर्ज किया जा रहा है.
भीषण ठंड के चलते चूरू का किसान अपनी फसलों को पाले की चपेट में आने से रोक नही पा रहे हैं. उनकी आंखों के सामने फसल की बर्बाद हो रही है. सरसों की फसल पर बर्फ जमने के कारण फलियां पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं. गेहूं की भी ग्रोथ रूक गई है. इसके अलावा हनुमानगढ़ में भी शीतलहर से जनजीवन प्रभावित है, फसलों को 25% नुकसान की आशंका है.
पंजाब में भी फसलों पर शीतलहर की भारी मार
पूरे उत्तर भारत में सर्दी ने अपना सितम दिखाना शुरू कर दिया है. पहाड़ों में जमकर बर्फबारी हो रही है. सैलानी पहाड़ों की ओर रुख कर रहे. मैदानी इलाकों की बात की जाए तो वहां भी पारा 0 डिग्री के पास है. खेतों में कोहरे की सफेद चादर बिछी है. पंजाब के संगरूर में लगातार तीन दिन से पारा शून्य से 1 डिग्री तक रह रहा है . भारी शीतलहर के चलते फसलों की ऊपर आपको सफेद परत दिखाई दे रही है. आलू और सरसों की फसल को कोहरे के चलते भारी नुकसान हुआ है.
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