पंजाब के संगरूर में एक किसान ने ढाई एकड़ खड़ी धान की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया. दरअसल, यहां के रहने वाले अमरीक सिंह कहते हैं कि इस बार धान की फसल से बढ़िया उपज होने की उम्मीद थी. हालांकि, बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट बीमारी की वजह से फसल पूरी की पूरी बर्बाद होने की कगार पर पहुंच चुकी है.
सूख गई थी फसल
फतेहगढ़ छन्ना के रहने वाले किसान अमरीक सिंह की फसल बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट बीमारी की वजह से बर्बाद हो गई. धान के पौधे कद में छोटे रह गए और धीरे-धीरे सूखने शुरू हो गए. कीटनाशक के छिड़काव वगैरह में 40 से 60000 रुपये तक का खर्चा हो चुका हैं. हालांकि कोई भी जिम्मेदार अधिकारी स्थिति का जायजा लेने तक नहीं पहुंचा.
इस बीमारी का इलाज नहीं
अमरीक सिंह कहते हैं कि उनके लिए अपनी ही फसल को अपने हाथों से नष्ट करना बेहद पीड़ा वाला काम था. अब दूसरी फसल लगाने के बारे में सोच रहे हैं. वहीं, इसपर कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि धान की फसल पर लगने वाले बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट नाम की बीमारी का कोई भी इलाज नहीं हैं.
क्या कहता है प्रशासन?
कृषि अधिकारियों का कहना है कि वीडियो के आधार पर जो पता चल रहा है कि धान पर बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट बीमारी का हमला हुआ है. किसान से हमारी टीम ने संपर्क किया लेकिन किसान घर पर नहीं था. ब्लॉक ऑफिसर को किसान के यहां जाने का निर्देश दे दिया गया. हम ये पता लगाने कि कोशिश कर रहे हैं कि आखिरकार क्या वजह रही जिसके चलते किसान को धान की फसल नष्ट करनी पड़ी. इसके पीछे कई कारण हो सकते थे..अगर फसल खेत मैं खड़ी होती तो आसानी इस बारे में पता लगाया जा सकता था.
बलवंत सिंह विक्की