क्रीमिया ब्रिज पर ब्लास्ट के बाद से रूस की कोशिश रहा है कि उस इलाके में हड़बड़ाहट ना हो और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाए. इसके बावजूद क्रीमिया इलाके में खाने पीने के सामान और ईंधन की कमी साफ तौर पर महसूस की जाने लगी है. फ्यूल स्टेशन पर लंबी कतारें हैं और हर कोई जल्दी से जल्दी इस इलाके से बाहर निकल जाना चाहता है.