75 साल पहले हुए बंटवारे के बाद रीना वर्मा पहली बार पाकिस्तान में अपने घर पहुंची. वो अपने पुश्तैनी घर की दीवारों में, उस बालकनी में अपने बचपन को ढूंढ रही हैं, गुनगुना रही है. उस घर की दीवारों में अपने पिता को, अपनी मां को महसूस कर रही हैं. और ये सब करते करते उनकी आँखें बार बार नम हो जा रही हैं.