मोदी और ट्रंप की मुलाकात से पहले अमेरिका का बड़ा बयान, भारत को लगेगा झटका!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में मुलाकात से पहले ट्रंप प्रशासन की ओर से बड़ा बयान सामने आया है. ट्रंप प्रशासन में आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट ने कहा है कि, भारत का ज्यादा टैरिफ लगाना आयात में रुकावट पैदा करता है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 11 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 4:30 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में मुलाकात से पहले ट्रंप प्रशासन की ओर से भारत की सिरदर्दी बढ़ाने वाला एक बयान सामने आया है. ट्रंप प्रशासन में आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट ने कहा है कि, भारत का बहुत ज्यादा टैरिफ लगाना आयात में रुकावट पैदा करता है. उन्होंने आगे कहा कि, जल्द ही भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वॉशिंगटन डीसी में ट्रंप से मिलेंगे और दोनों नेताओं के बीच इस मामले में बातचीत होगी. 

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केविन हैसेट ने आगे कहा कि, जितना टैक्स दूसरे देश अमेरिकी सामानों पर लगा रहे हैं, उतना  ही अमेरिका को भी लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि, अगर कोई देश अमेरिका पर ज्यादा टैरिफ लगाता है तो कम से कम अमेरिका को भी उनके बराबर टैरिफ लगाना चाहिए. 

केविन हैसेट ने आगे कहा कि, अमेरिका के जो भी व्यापारिक साझेदार हैं, उनमें अधिकतर ऐसे हैं जो ज्यादा टैक्स लगाते हैं. उन्होंने कहा कि, कनाडा, मेक्सिको और ब्रिटेन जैसे देश अमेरिकी सामानों पर अमेरिका जितना ही टैक्स लगाते हैं तो भारत और ताइवान जैसे देश इनसे भी ज्यादा टैरिफ लगाते हैं.

हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब भारत को लेकर अमेरिका की ओर से ऐसा बयान सामने आया है. डोनाल्ड ट्रंप चुनाव के समय से ही यह कह रहे थे कि जो देश अमेरिका पर ज्यादा टैक्स लगाते हैं, वह भी उनके साथ ऐसा करेंगे. ट्रंप लगातार चीन और भारत का नाम लेकर यह कहते रहे हैं कि, यह देश अमेरिकी सामान पर ज्यादा टैरिफ लगाते हैं. जबकि अमेरिका इसके बदले में कुछ ऐसा नहीं करता है.

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मोदी और ट्रंप की मुलाकात के दौरान बनेगी टैरिफ पर कुछ बात?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी पेरिस दौरे पर हैं. जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी सीधा अमेरिका पहुंचेंगे. उनका अमेरिकी दौरा दो दिनों का होगा, जहां वह 12 से 14 फरवरी तक रहेंगे. इस दौरान उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी. वह कई बिजनेस लीडर्स और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे.

सूत्रों की मानें तो दोनों नेताओं के बीच टैरिफ, चाबहार पोर्ट समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हो सकती है. जिस तरह से डोनाल्ड ट्रंप लगातार टैरिफ के मुद्दे पर सख्त नजर आ रहे हैं, ऐसे में हो सकता है कि पीएम मोदी और ट्रंप की मुलाकात के बाद कुछ सकारात्मक संकेत देखने को मिल जाएं.

चुनाव के समय से ही डोनाल्ड ट्रंप कर रहे टैरिफ बढ़ाने की बात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव जीतने के बाद से ही भारत और चीन समेत कई देशों पर ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी दे रहे हैं. हालांकि, अभी तक उन्होंने भारत पर कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया है. इसके पीछे उनकी क्या रणनीति हो सकती है, उस पर कुछ नहीं कहा जा सकता है. लेकिन उन्होंने कई बार कहा कि, वह भारत और चीन जैसे देशों पर ज्यादा टैरिफ लगाने की तैयारी कर रहे हैं. 

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डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद कहा था कि, भारत हमारी चीजों पर अगर 100 फीसदी टैरिफ लगाएगा तो क्या हमें इसके बदले कुछ नहीं करना चाहिए? ट्रंप ने आगे कहा था कि, भारत हमें साइकिल भेजता है, हम उसे साइकिल भेजते हैं. लेकिन भारत हमारे सामान पर 100 से 200 फीसदी तक भारी टैरिफ लगाता है. ट्रंप ने कहा था कि जो देश अमेरिका के साथ जैसा कर रहे हैं, वैसा ही ट्रंप भी उनके साथ करेंगे.

ट्रंप का भारत समेत अन्य देशों के लिए यह नजरिया उनकी 'अमेरिका फर्स्ट' नीति से जुड़ा है. इस नीति के जरिए ट्रंप का लक्ष्य अमेरिकी वर्कर्स और उनके परिवारों का बचाव करना है. डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ लेने के बाद कहा कि, उनकी नीतियां एक बार फिर अमेरिका को 'मैन्युफैक्चरिंग नेशन' बना देंगी.

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