INF संधि से अलग होते ही अमेरिका ने क्रूज मिसाइल का किया परीक्षण

अमेरिकी रक्षा विभाग ने सोमवार को इसका ऐलान करते हुए कहा कि रूस के साथ शीत युद्ध के बाद हुई संधि से अलग होने के कुछ हफ्ते बाद हमने मीडियम रेंज क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया.

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क्रूज मिसाइल की फाइल फोटो क्रूज मिसाइल की फाइल फोटो

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 20 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 2:12 PM IST

इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेस (आईएनएफ) संधि से अलग होने के एक हफ्ते बाद ही अमेरिका ने मीडियम रेंज क्रूज मिसाइल का टेस्ट किया. अमेरिकी रक्षा विभाग ने सोमवार को इसका ऐलान करते हुए कहा कि रूस के साथ शीत युद्ध के बाद हुई संधि से अलग होने के कुछ हफ्तों बाद हमने मीडियम रेंज क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया. मिसाइल को रविवार को अमेरिकी नौसेना ने नियंत्रित सैन निकोलस द्वीप से लॉन्च किया.

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यह मिसाइल ग्राउंड मोबाइल लॉन्चर से छोड़ा गया जिसने 500 किमी की दूरी पर स्थित अपने लक्ष्य को निशाना बनाया. पेंटागन ने एक बयान में यह जानकारी दी. 

अभी हाल में रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा था कि शीत युद्ध कालीन इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज (आईएनएफ) समझौते से हटने के बाद अमेरिका पारंपरिक ग्राउंड-लॉन्च्ड मिसाइलों को पूरी तरह विकसित करेगा. एस्पर ने कहा, "अब जब हम समझौते से निकल आए हैं, रक्षा विभाग इन पारंपरिक ग्राउंड-लॉन्च्ड मिसाइलों को पूरी तरह विकसित करेगा." उन्होंने इस कदम को रूसी कार्रवाई के जवाब में उचित कदम बताया.

बयान के अनुसार, अमेरिका ने 2017 में ग्राउंड-लॉन्च्ड मिसाइलों के लिए पहले से ही काम शुरू कर दिया है. बयान में दावा किया गया कि आईएनएफ संधि के नियमों का पालन करने के लिए ये परियोजनाएं शुरुआती चरण में हैं. अमेरिका जिस दिन औपचारिक रूप से संधि से अलग हुआ, एस्पर ने उसी दिन यह बयान जारी किया.

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