'इच्छाधारी नागिन' से डरा आतंक का आका मक्की, PAK चैनलों को दी नसीहत

उसने कहा कि पाकिस्तानी चैनलों में नागिन नाम का ड्रामा आता है. वह भी इच्छाधारी नागिन का ड्रामा. पहले सास बहू का ड्रामा चलता था और अब नागिन ड्रामा.

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हाफिज सईद का साला मक्की हाफिज सईद का साला मक्की

अनिल कुमार

  • इस्लामाबाद,
  • 10 जून 2017,
  • अपडेटेड 5:16 PM IST

पाकिस्तान सरकार की ओर से मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को घर में नजरबंद करने के बाद जमात-उद-दावा की कमान संभालने वाले उसके साले अब्दुल रहमान मक्की में इच्छाधारी नागिन का खौफ है. उसने पाकिस्तानी पत्रकारों से अपील की है कि वे कश्मीर से जुड़ी खबरों को 25 मिनट या पांच मिनट या कम से कम तीन मिनट तक अपने चैनलों पर जरूर दिखाएं. आतंक के आका मक्की ने कहा कि हमारे यहां 85 चैनल आते हैं. उस पर हम अपने कल्चर को दिखाएं. उसने कहा कि कल्चर तो पीछे रह गया और अब कमबख्त चैनलों पर तो नागिन ड्रामा दिखाया जाता है.

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उसने कहा कि पाकिस्तानी चैनलों में नागिन नाम का ड्रामा आता है. वह भी इच्छाधारी नागिन का ड्रामा. पहले सास बहू का ड्रामा चलता था और अब नागिन ड्रामा. मक्की ने पूछा 'अच्छा यह बताओ कि इच्छाधारी नागिन के ड्रामा को देखकर आप पाकिस्तान के लिए आप कौन सी खिदमत कर रहे हैं'. आतंकी मक्की ने कहा कि तीन बजे लड़की खड़ी होकर इच्छाधारी नागिन बन गई. अब हम यह सब दिखा रहे हैं, जो एक ड्रामा के अंदर सब कुछ खत्म हो गया. अब हम कहां जा कर कहें कि यहां के टीवी चैनल कश्मीर के लिए तीन से पांच मिनट दें.

मक्की ने कहा कि एक्सप्रेस चैनल कहता था कि हर खबर पर नज़र है. एक्सप्रेस के लिए हमारा बेटा तैयार होकर बॉर्डर पार करके कश्मीरियों की मदद के लिए गया और वहां शहीद हो गया, लेकिन एक्सप्रेस पर कोई खबर नहीं दिखी और अगर गाड़ी को जरा सी टक्कर लग जाए, तो एक्सप्रेस की नज़र पड़ जाती है. उसने कहा कि हमारे लिए न तो कोई पत्रकार नज़र आता है और न ही बड़ी-बड़ी थालियों (डिश) वाली गाड़ी नज़र आती हैं. आतंकी ने कहा कि पाकिस्तान के हुक्मरान इस लायक नहीं हैं कि उनको हुक्मरान कहा जाए. इन्होंने हाफिज सईद को कैद कर लिया है.

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मक्की ने कहा, 'मैं आपको बताना चाहूंगा और मुझे बताने में भी कोई परेशानी नहीं है कि हाफिज सईद ने जनवरी में ही ऐलान कर दिया था कि साल 2017 कश्मीर के आज़ादी के नाम होगा, लेकिन जो खिचड़ी पक रही थी, वह 24 घंटे के अंदर ही उतार ली गई. हाफिज सईद को घर में नजरबंद कर दिया गया. यहां की फॉरेन पॉलिसी का बड़े ब्लेड से सफाया कर दिया गया. मध्य पूर्व, मध्य एशिया और कश्मीर को लेकर कोई पॉलिसी ही नहीं है. इसकी वजह यह है कि हमारा कोई विदेश मंत्री ही नहीं है. कसम अल्लाह की सिर झुक जाता है कि मैं उस मुल्क का आदमी हुं, जिसकी न कोई फॉरेन पॉलिसी है, ना कोई फॉरेन मिनिस्टर. मक्की ने पाकिस्तानी पत्रकारों को उकसाते हुए कहा कि कश्मीर के लोग पाकिस्तान की ओर नज़रे गाड़े हुए हैं. उसने पत्रकारों से कहा कि वे आसिया अंद्राबी, दुक्ट्रानि मिल्लत, मीरवाइज को यह कहे कि वे वहां जिस हालात में खड़े हो, तो हम भी यहां चैन से बैठे नहीं हैं.

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