हॉन्ग कॉन्ग विवाद पर चीन ने की ब्रिटेन से बात, कहा- ये हमारा आंतरिक मसला

हॉन्ग कॉन्ग को लेकर चीन ने एक ऐसा कानून पास किया है, जिसका हर जगह विरोध हो रहा है. हॉन्ग कॉन्ग में जारी विरोध प्रदर्शन को लेकर कई देशों ने चिंता भी व्यक्त की है.

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हॉन्ग कॉन्ग में हो रहा कानून का विरोध (फाइल) हॉन्ग कॉन्ग में हो रहा कानून का विरोध (फाइल)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 जून 2020,
  • अपडेटेड 3:57 PM IST

  • हॉन्ग कॉन्ग मसले पर चीन-ब्रिटेन की बात
  • चीन बोला- ये हमारा आंतरिक मसला
कोरोना वायरस मामले को लेकर चीन दुनिया के निशाने पर है, भारत के साथ भी उसका विवाद चल रहा है. इस बीच अब हॉन्ग कॉन्ग मसले पर भी चर्चा शुरू हो गई है. चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब के साथ फोन पर बातचीत की.

बातचीत में वांग यी ने कहा कि हॉन्ग कॉन्ग के मामले चीन के आंतरिक मामले हैं, जिनमें विदेशी हस्तक्षेप की अनुमति नहीं है. हॉन्ग कॉन्ग में राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखना चीन के प्रमुख हितों से जुड़ा हुआ है और एक प्रमुख सैद्धांतिक मुद्दा है जिस पर कायम रहने की जरूरत है.

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उन्होंने कहा कि हॉन्ग कॉन्ग की राष्ट्रीय सुरक्षा के वास्तविक नुकसान और गंभीर खतरों का सामना करने की स्थिति में चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा (एनपीसी) ने निर्णायक रूप से कानून स्थापित कर हॉन्ग कॉन्ग में लागू किया, जिससे हॉन्ग कॉन्ग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की स्पष्ट और दीर्घकालिक कमियों को जल्द से जल्द भरने में मदद मिलेगी. यह बिलकुल उचित, वैध और जरूरी है.

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वांग यी ने कहा कि चीन और ब्रिटेन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का पालन करने और अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने पर एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए.

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चीन को उम्मीद है कि ब्रिटेन चीन लोक गणराज्य के संविधान और संविधान के अनुसार बनाए गए बुनियादी कानून का सम्मान करेगा.

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दूसरी ओर डोमिनिक राब की ओर से कहा गया कि ब्रिटेन चीन के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का विकास करने में जुटा हुआ है. विश्वास है कि महामारी के बाद दोनों देशों के बीच सहयोग की व्यापक गुंजाइश होगी. और दोनों देश जलवायु परिवर्तन, ईरानी परमाणु मुद्दे जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर सहयोग को और मजबूत करेंगे.

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