उत्तर प्रदेश विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. सीएम योगी ने कहा कि सरकार समस्याओं से मुंह मोड़ने वाली नहीं, बल्कि चुनौती स्वीकार करने वाली होनी चाहिए, जो भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेन्स की नीति के साथ काम करे, कल नेता विरोधी दल (अखिलेश यादव) ने जो कहा उन्हें यूपी को पिछले पायदान पर धकेलने में अच्छा लग रहा था.
अखिलेश यादव की गैर-मौजूदगी पर सीएम योगी ने कहा कि कल नेता प्रतिपक्ष बोल रहे थे कि यूपी निचले पायदान पर है, ऐसा लग रहा था उन्हें खुशी हो रही थी, हर समस्या के दो समाधान होते हैं- भाग लो या भाग लो... नेता प्रतिपक्ष की सीट खाली है, वह भाग गए हैं, इतने बड़े प्रदेश के प्रति हम सब की ज़िम्मेदारी नहीं है, ज़िम्मेदारी सामूहिक है.
नोएडा न जाने पर कसा तंज
सदन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जाति देखकर हमारी सरकार में कोई काम नहीं होता है, राशन जाति देखकर नहीं दिया जाता है, वैक्सीन जाति देखकर नहीं लगाई गई थी, ये लोग कहते थे कि नोएडा कोई मुख्यमंत्री गया तो सत्ता में लौटता नहीं, नेता प्रतिपक्ष ने भी मान लिया था कि अब नहीं आऊंगा, मैंने कहा था कि मैं वापस आऊंगा और आया भी.
सदाकत की तस्वीर को लेकर अखिलेश पर निशाना
उमेश पाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि आरोपियों की फोटो कल से वायरल हो रही थी, कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया का जमाना है, हाथ मिला रहे थे... पूरी कहानी बयां हो रही थी... पीछे पार्टी का सिम्बल लगा था, लेकिन उससे भी पलट गए.
क्या राजू पाल की कोई जाति नहीं थी?
जाति जनगणना की मांग पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्या राजू पाल की कोई जाति नहीं थी? जब राजूपाल की हत्या हुई थी, तब पेशेवर माफिया के संरक्षण दाता कौन थे? सिपाही संदीप निषाद की कोई जाति नहीं थी क्या? सीएम योगी ने कहा कि आप जाति की बात बार बार करते हैं, हम विकास की बात करते हैं तो आप जाति की बात करते हैं.
'गरीबों के हक पर डकैती डालने अब जाति-जाति चिल्ला रहे हैं'
विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो दलित, गरीब, और कमजोरों के हक पर डकैती डालने का काम किया तो वहीं अब जाति-जाति चिल्लाते हैं... हमने ओडीओपी की शुरुआत की... आप ओडीओपी तो नहीं दे पाए लेकिन आप वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया जरूर दे दिए, हर जिले में खनन माफिया, भूमाफिया, वन माफिया थे.
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