उमेश पाल हत्याकांड को 19 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक शूटरों का अता-पता नहीं है. प्रयागराज कमिश्नरेट की भारी-भरकम फौज और एसटीएफ की आधुनिक उपकरणों से लैस टीम अभीतक अतीक अहमद के फरार बेटे असद समेत अन्य शूटर्स को तलाशने में फेल साबित हुई है. ऐसे में योगी सरकार ने अब एक नई टीम बनाने का फैसला किया है.
उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर को सरेराह मारने वाले शूटर असद, साबिर, मोहम्मद गुलाम, गुड्डू मुस्लिम बमबाज और अरमान अभी भी फरार हैं. इनको पकड़ने के लिए उन पुलिस अधिकारियों की एक स्पेशल टीम बनाई जा रही है, जो एक जमाने में अपराधियों के लिए काल माने जाते थे. आइए जानते हैं कि इस टीम में कौन-कौन शामिल है.
इस क्रम में सबसे पहला नाम आईपीएस अनंत देव तिवारी का है. कभी ठोकिया और ददुआ जैसे डकैतों के लिए काल बनने वाले आईपीएस अनंत देव तिवारी को अब शूटर को पकड़ने की जिम्मेदारी दी गई है. बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर में भी अनंत देव तिवारी का अहम रोल था. हाल में उन्हें एसटीएफ टीम का हिस्सा बनाया गया है.
आईपीएस अनंत देव तिवारी के अलावा इस टीम में कई पुलिस ऑफिशियल शामिल किए गए हैं, लेकिन अभी उनका सीक्रेट रखा जा रहा है, जिससे शूटरों तक यह जानकारी ना जा पाये. उमेश पाल के हत्यारों को तलाशने के लिए मुख्तार अंसारी एंड गैंग के लिए सिर दर्द बने एक क्षेत्राधिकारी को भी टीम का हिस्सा बनाया गया है.
सीओ के साथ ही तीन अन्य इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी भी उस टीम का हिस्सा हैं, जो उमेश पाल हत्याकांड में शामिल फरार शूटर्स की तलाश कर रही है. इस टीम में एसटीएफ का एक अधिकारी भी है, जिसका मजबूत खुफिया नेटवर्क है. वह एसटीएफ के लिए संजीवनी बूटी लाने का काम करते रहे हैं और पूरे प्रदेश में एक मजबूत खुफिया नेटवर्क रखते हैं.
इसके अलावा पश्चिमी से आने वाले तेज तर्रार अफसर भी टीम में शामिल हैं, जिसका एनकाउंटर में सबसे ज्यादा यकीन रहता है. साथ ही वह अफसर भी शामिल है, जिसने एसटीएफ में रहते हुए कृष्णानाद राय के हत्यारे शूटर फ़िरदौस को मुंबई में मार गिराया था. इस अधिकारी के नाम से मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर्स के घुटने कांपते थे.
सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने इस स्पेशल टीम को किसी भी हाल में अतीक के फरार बेटे असद, गुड्डू मुस्लिम, मोहम्मद गुलाम, साबिर और अरमान को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है. बताया जा रहा है कि शूटर्स के मददगार को उठाने की कार्रवाई शुरू हो गई है और उनके पूछताछ करके कड़ी से कड़ी जोड़ी जा रही है.
आशीष श्रीवास्तव