लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी में रविवार से 10 दिवसीय राम कथा का आयोजन किया गया है. कथा के पहले दिन कथावाचक प्रेमभूषण महाराज ने कहा,'प्रभु राम बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. श्रीराम की यात्रा सत्य, न्याय और धार्मिकता की मानवीय यात्रा का रूपक है. प्रभु के हर आदर्श और आचरण का समाज को अनुष्करण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए श्रीराम का चरित्र एक शाश्वत प्रेरणा के रूप में है.
दरअसल, अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पड़ी पहली तुलसी जयंती को पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस मौके पर लखनऊ के दयालबाग में 10 दिवसीय आध्यात्मिक प्रवचन और रामकथा का आयोजन किया जा रहा है. इस रामकथा के कथावाचक प्रेमभूषण महाराज ने कहा कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए हमारी संस्कृति और आध्यात्मिकता के बीज को बोना आवश्यक है.
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पवित्र मंत्रों के जाप से राम कथा की शुरुआत
पहले दिन कथावाचक प्रेमभूषण महाराज ने पवित्र मंत्रों का जाप करके राम कथा की शुरुआत की. प्रेमभूषण महाराज ने अयोध्या में राजकुमार राम के जन्म से शुरू करते हुए भगवान राम की महाकाव्य कथा सुनाना शुरू किया. उन्होंने राम के जन्म के महत्व और यह कैसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, इस पर विस्तार से बताया.
महाराज की कथावाचन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें भक्ति गीत और दार्शनिक अंतर्दृष्टि भी शामिल थी. प्रेमभूषण जी महाराज ने भगवान राम के जीवन से उदाहरण देते हुए भक्ति, विश्वास और निस्वार्थ सेवा के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि कैसे राम की यात्रा सत्य, न्याय और धार्मिकता की मानवीय खोज का रूपक है.
उद्घाटन के मौके पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह रहे मौजूद
रामकथा के उद्घाटन के मौके पर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह मौजूद रहे. 18 अगस्त तक चलने वाले 10 दिवसीय राम कथा का आयोजन सुशांत गोल्फ सिटी के दयाल बाघ में हो रहा है. रामकथा के मुख्य आयोजक राजेश सिंह दयाल ने लखनऊ के लोगों से बड़ी संख्या में भाग लेने और भगवान राम का आशीर्वाद लेने का आग्रह किया.
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